Adipurush के लेखक मनोज मुंतशिर का हुआ पर्दाफाश, महाभारत के युधिष्ठिर ने बताई फिल्म की सच्चाई

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Gajendra Chauhan exposed Manoj Muntashir : मेगा बजट फिल्म आदिपुरुष (Adipurush) रिलीज के बाद से ही विवादों में घिरी हुई है हर दिन यह फिल्म एक नए विवाद में उलझती जा रही है। यही वजह है कि पूरे देश में फिल्म को बैन करने की मांग हो रही है। फिल्म के रिलीज के बाद लोगों ने इसके डायलॉग को लेकर आपत्ति जताई थी तो कई लोगों को फिल्म की स्टार कास्ट और वीएफएक्स (VFX) ने दुखी किया था। इस फिल्म से लोगों की नाराजगी का सबसे बड़ा कारण इस फिल्म का हिंदू धर्म की भावना से खिलवाड़ करना है।

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फिल्म आदिपुरुष (Adipurush) के खिलाफ कई बड़ी हस्तियों ने नाराजगी जताई है तो इसी कड़ी में महाभारत (Mahabharat) में युधिष्ठिर का किरदार निभाने वाले गजेंद्र चौहान (Gajendra Chauhan) भी आगे आए हैं। उन्होंने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा कि फिल्म ने हिंदू लोगों की भावनाओं को आहत किया है। रामायण और महाभारत हमारे देश की संस्कृति और सभ्यता से जुड़ी धरोहर है और किसी को भी इनसे खिलवाड़ करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने आश्चर्य प्रकट किया कि कैसे इस तरह की फिल्मों को सिनेमाघरों में रिलीज करने की अनुमति मिल जाती है।

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टी-सीरीज के मालिक भूषण कुमार पर बरसे

गजेंद्र चौहान (Gajendra Chauhan) ने यह भी कहा कि जब भी कोई फिल्म बनती है तब वह रिलीज से भी पहले सेंसर बोर्ड द्वारा देखी जाती है। मुझे आश्चर्य है कि कैसे सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म को रिलीज करने की इजाजत दी है। उन्होंने यह भी बताया कि मैंने इस फिल्म की टिकट भी बुक करा ली थी लेकिन पता नहीं क्यों मेरी आत्मा ने मुझे इस फिल्म को देखने नहीं दिया। जब मैंने इस फिल्म का ट्रेलर देखा तब मुझे लगा कि मैं अपनी मान्यता और संस्कार को इस फिल्म के लिए भूल नहीं सकता।

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गजेंद्र चौहान (Gajendra Chauhan) ने टी-सीरीज के मालिक भूषण कुमार को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि वह अपने पिता की बनाई हुई छवि को कायम रखने की बजाय उसे तोड़ रहे हैं। गजेंद्र चौहान ने भूषण कुमार को यह भी सलाह दी कि आपको अपने पिता के रास्ते पर चलना चाहिए और लोगों की भावना और आस्था का ख्याल रखना चाहिए। गजेंद्र चौहान ने कहा कि फिल्म आदि पुरुष को दर्शकों ने नापसंद किया है जिसका उदाहरण सिनेमाघरों की खाली सीटें हैं। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि इस फिल्म के डायलॉग चुराए गए हैं और मेकर्स ने डायलॉग को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत कर दिया है उदाहरण के तौर पर “तेरी लंका लगा दूंगा मैं” यह डायलॉग कुमार विश्वास का है जिसे फिल्म में उपयोग किया गया है।


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