मध्य प्रदेश अपने अजब गजब कारनामों को लेकर हमेशा ही सुर्खियों में रहता है। बहुत कमीनी है ऐसा देखने में आता है कि मध्य प्रदेश अपने हैरतअंगेज कारनामों के लिए चर्चाओं का विषय ना बना हो इस बार भी मध्य प्रदेश का नाम काफी ज्यादा चर्चाओं में चल रहा है क्योंकि आज हम जानकारी से आपको रूबरू करवाने जा रहे हैं जिसे सुनकर आप भी एक बार जरूर चौक जाएंगे आपने ज्यादातर पुलिस वालों को कीमती सामानों की पहरेदारी करते हुए देखा होगा।
लेकिन आज हम मध्यप्रदेश से जुड़ी एक ऐसी खबर आपको बताने जा रहे हैं जिसमें बड़ी मात्रा में पुलिस वाले एक पेड़ की निगरानी करते हैं। यह पेड़ इतना ज्यादा कीमती है कि इसका एक पत्ता भी यदि गिर जाए तो पूरा प्रशासन का पूरा खेमा हिल जाता है। तो चलो आपको बताते हैं कि इस पेड़ की ऐसी क्या विशेषता है जो इसे इतना कीमती बना रहा है। दरअसल, मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में सांची मौजूद है। जो कि एक पर्यटन स्थल है और यहां हजारों की संख्या में घूमने फिरने वाले आते हैं।
बताया जाता है कि यही बेशकीमती बोधि वृक्ष लगाया गया है। सालों पहले लगाया गया बताया जाता है कि यहां बुद्धि यूनिवर्सिटी की स्थापना की गई थी और इस दौरान वृक्ष को यहां पर लगाया गया था। इसको लगाने के समय श्रीलंका के तत्कालीन राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे और प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान मौजूद थे। इस पेड़ की सुरक्षा के लिए मध्य प्रदेश सरकार सालाना लाखों रुपए खर्च करती है। इस पेड़ को साल 2012 के दौरान रोपा गया था जिसके बाद से मध्य प्रदेश प्रशासन द्वारा इसकी विशेष निगरानी की जाती है।
इस वृक्ष को लेकर कहा जाता है कि इसका बौद्ध धर्म मैं वर्णन किया गया है और इतना ही नहीं यह भी बताया जाता है कि वृक्ष के नीचे बैठकर ही भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। बताया जाता है कि सम्राट अशोक भी एक ही पेड़ की छांव में बैठ के बाद शांति के लिए निकले थे। देखा जाए तो यहां पर कई महीनों से काफी ज्यादा कीमती है इसीलिए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा इसकी विशेष निगरानी की जाती है इस लक्ष्य की निगरानी में 24 घंटे जवान तैनात रहते हैं।
प्रशासन द्वारा रोकने के बाद से ही इस वृक्ष की देखभाल की जाती है। इस वृक्ष को सुरक्षा देने के लिए दो गार्ड की चौबीसों घंटे यहां पर तैनाती रहती है इतना ही नहीं इस वृक्ष के राइट साइड 15 फीट ऊंची लोहे की जाली भी लगाई गई है बताया जाता है कि हर 15 दिन में इस वृक्ष का मेडिकल परीक्षण किया जाता है और उसके हिसाब से ही फिर इसमें पानी और खाद की व्यवस्था की जाती है यदि इस वृक्ष का एक पत्ता भी डाली से गिर जाता है तो तुरंत ही प्रशासन का हमला यहां पहुंच जाता है।