फिल्म आदिपुरुष (Adipurush) के रिलीज के बाद से ही यह विवादों में रही है और किस से जुड़े बवाल किसी से छिपी नहीं है। फिल्म के राइटर मनोज मुंतशिर (Manoj Muntashir) को दर्शकों ने कटघरे में खड़ा किया और कई सवाल पूछे। फिल्म के डायलॉग की कई बड़े स्टार्स ने आलोचना की तो वहीं फिल्म के निर्देशन को भी निम्न दर्जे का बताया। अंततः रिलीज के बाद से दर्शकों की आलोचना का शिकार हो रहे मनोज मुंतशिर का दर्द छलका और उन्होंने कुछ ऐसा कहा जिससे वह एक बार फिर खबरों का हिस्सा बन गए है। हालांकि मनोज का यह पोस्ट 18 जून का है लेकिन उनका यहां पोस्ट इन दिनों काफी वायरल हो रहा है।
फुट फुट कर रोये मनोज मुंतशिर
मनोज मुंतशिर (Manoj Muntashir) फिल्म आदिपुरुष (Adipurush) को लेकर आलोचनाओं का शिकार तो हो ही रहे थे लेकिन इससे भी ज्यादा दुख उन्हें तब हुआ जब उनके चहेते लोगों ने भी उनकी आलोचना की। दरअसल मनोज जिन को अपना भाई मानते थे उन लोगों ने भी फिल्म को लेकर उन्हें गालियां और अपशब्द दिए जिसको लेकर उन्होंने सोशल मीडिया पर अपना दुख बयां किया। उन्होंने लिखा कि जिन भाइयों को मैं अपना मानता था और उनकी माताओं के लिए कविताएं पढ़ता था उन्होंने आज मेरी मां को भी गालियां दी।
रामकथा से पहला पाठ जो कोई सीख सकता है, वो है हर भावना का सम्मान करना.
सही या ग़लत, समय के अनुसार बदल जाता है, भावना रह जाती है.
आदिपुरुष में 4000 से भी ज़्यादा पंक्तियों के संवाद मैंने लिखे, 5 पंक्तियों पर कुछ भावनाएँ आहत हुईं.
उन सैकड़ों पंक्तियों में जहाँ श्री राम का यशगान…— Manoj Muntashir Shukla (@manojmuntashir) June 18, 2023
मनोज शुक्ला (मुंतासीर) (Manoj Muntashir) को कई लोग मुंतशिर सरनेम होने की वजह से दूसरे धर्म का समझ कर भी अपशब्द कह रहे हैं। हालांकि उनके दुखी होने के एक साथ कई सारे पहलू हैं। मनोज के शेयर किए गए पोस्ट पर एक यूजर लिखते हैं “मंजन शुक्ला सीधे-सीधे माफी मांगो ऐसे विक्टिम वालों को पतली गली से नहीं निकलने देंगे राम भक्त।” एक यूजर लिखते हैं धर्म जागरण के उद्देश्य से बनाई गई इस फिल्म की भाषा “जलेगी तेरे बाप की” बिल्कुल भी स्वीकार नहीं है रामायण के मूल रूप का सम्मान करते हुए आम बोलचाल की भाषा में भी डायलॉग लिखे जा सकते थे।