घर बैठें मोबाइल से बनाये फिल्म और जीतिए डेढ़ लाख का ईनाम, सीएफबीपी ने की घोषणा, आज ही करें पंजीयन

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यदि आप भी रखते हैं फिल्मों में रुचि तो यह खबर आपके लिए है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अब आप अपनी खुद की फिल्म बनाकर फेमस तो हो ही सकते हैं साथ में पैसा भी कमा सकते हैं। जी हां आपने सही सुना इसके लिए आपको बस इतना काम करना होगा। दरअसल, वर्ष 2021 के काउंसिल फॉर फेयर बिजनेस प्रैक्टिसेस (सीएफबीपी) कंज्यूमर फिल्म फेस्टिवल का एलान हो गया है। वहीं इस बार होने वाले फेस्टिवल का यह चौथा संस्करण है।

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काउंसिल फॉर फेयर बिजनेस प्रैक्टिसेस 1

इसमें विजेताओं का चयन करने की जिम्मेदारी निर्माता, निर्देशक प्रकाश झा और पटकथा लेखक जूही चतुर्वेदी भी निभाएंगी। बता दें कि इस फेस्टिवल के लिए 31 मार्च 2021 तक एंट्री भेजी जा सकती हैं, वहीं विजेताओं को नकद इनाम दिए जाने का भी एलान किया गया है।

कंज्यूमर फिल्म फेस्टिवल की वेबसाइट पर पंजीकरण करे

काउंसिल फॉर फेयर बिजनेस प्रैक्टिसेस 3

बता दें कि इस बार कंज्यूमर फिल्म फेस्टिवल (सीएफएफ) में मुख्य विषय को पात्रता दी गई हैं, फेयर बिजनेस प्रैक्टिसेस, मेरा हक मेरे राइट्स, महिला सशक्तिकरण, लॉकडाउन से मिले सबक। वहीं यदि आपको भी इस कॉन्टेस्ट में पार्टिसिपेट करना है तो इसके लिए आपको कंज्यूमर फिल्म फेस्टिवल की वेबसाइट पर पंजीकरण कराना होगा। प्रविष्टियों को जमा करने के लिए कोई पंजीकरण शुल्क नहीं है और यह सभी के लिए मुफ्त है। वहीं इस फेस्टिवल का फिनाले का आयोजन अगले महीने किया जाना है।

काउंसिल फॉर फेयर बिजनेस प्रैक्टिसेस 2

मिली जानकारी के अनुसार और आयोजकों के मुताबिक इस फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ फिल्म को डेढ़ लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिलेगा। दूसरी सर्वश्रेष्ठ फिल्म को 51,000 रुपये का नकद पुरस्कार मिलेगा। फिल्म की अवधि 10 मिनट से अधिक नहीं होनी चाहिए। इस साल के फेस्टिवल की ज्यूरी में न्यायमूर्ति बी एन श्रीकृष्ण, प्रो. विश्वनाथ साबले, मिन्हाज़ मर्चेंट, डॉली ठाकोर, अविनाश कौल, जूही चतुर्वेदी, प्रकाश झा और निहार एन जंबूसरिया शामिल हैं।

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काउंसिल फॉर फेयर बिजनेस प्रैक्टिसेस 4

बता करें सीएफबीपी की स्थापना की तो इसकी स्थापना सन 1966 में जे आर डी टाटा, रामकृष्ण बजाज, अरविंद मफतलाल, एफ टी खोरकीवाला, नवल टाटा, एस पी. गोदरेज और जे एन गुजदर ने की थी। इसका उद्देश्य व्यापार और उद्योगों को खुद ही नियंत्रित करने की अनिवार्यता को पहचान देना था। इस समय इसके अध्यक्ष स्वप्निल कोठारी हैं।


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