इंजीनियर से एक्टर फिर मजदूरों का मसीहा बना पंजाब का बेटा सोनू सूद, ओर भी रहे है कारण, पढ़े पूरी कहानी
बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद आज करोड़ो लोगों के लिए प्रेरणा से कम नहीं है। आज वे आए दिन मदद मांगने वाले लोगों की निस्वार्थ भाव से मदद करते हैं। चाहे वह कितना भी बड़ा काम क्यों न हो। सोनू सूद ने आज लोगों के दिल में एक अच्छे अभिनेता के अलावा एक अच्छे मसीहा की पहचान बनाई है। उन्होंने कोरोना काल के दौरान लगी ताला बंदी के समय अपने घर से दूर काम करने के लिए। कई लोग अलग अलग सिटी में फस गए थे। वहीं इस दौरान ऐसे लोगों के मसीहा बने सोनू ने बस के सहारे लोगों को उनके घर तक पहुंचाया था।
फिल्मों से नहीं था दूर तक नाता

जिसके बाद से ही वे लोगों के मसीहा बन गए हैं, आए दिन उनसे कोई न कोई मदद की गुहार लगाते रहते हैं और सोनू भी उनकी मदद करते हैं। हाल ही में लोगों ने सोनू को भगवान मानते हुए उनके नाम का मंदिर भी बना दिया था। जिसमे पूरे रीति रिवाज के साथ अभिनेता की मूर्ति को भी स्थापित किया था। लेकिन आज भी सभी के मन में सवाल आता है। आखिर सोनू सूद असल में हैं कौन? तो आइए आज इस राज से पर्दा उठाते हैं।
कौन हैं सोनू सूद?

आपकी जानकारी के लिए बात दें कि सोनू सूद का जन्म पंजाब में हुआ है। उन्होंने बॉलीवुड के अलावा साउथ सिनेमा में भी खूब काम किया है। बात करे अभिनेता के माता पिता की तो उनके पिता एक एंटरप्रेन्योर तो वहीं मां टीचर थीं। सोनू का बैकग्राउंड शुरू से फिल्मी नहीं है। लेकिन उन्होंने अपनी अदाकारी के चलते आज इंडस्ट्री में बहुत नाम कमाया है। उन्होंने कभी विलेन तो कभी हीरो बन लोगों को अपनी अदाकारी से सभी का दिल जीता है।
इंजीनियरिंग कर चुके हैं
फिल्मो में आने से पहले सोनू ने इलेक्ट्रॉनिक्स में इंजीनियरिंग कर चुके थे लेकिन फिर उन्होंने एक्टिंग में हाथ आजमाया और इसमें वे सफल भी रहे।
निस्वार्थ करते हैं लोगों की मदद

बॉलीवुड में बड़ा नाम कमाने के बाद अब सोनू हर मदद मांगने वाले के लिए मसीहा बन चुके हैं। उन्होंने कोरोना के दौरान लगे लॉकडाउन में कई बेसहारा लोगों की मदद की, जिसके बाद से ही वे सभी के दिल में अपनी छवि मसीहा की बना ली है। लेकिन सोनू सूद से काफी बार पूछा गया है कि उन्हें लोगों की मदद करने की प्रेरणा कहां से मिलती है। लेकिन इस बारे में यही कहां जा सकता है कि वे बस निस्वार्थ लोगों की मदद करना चाहते हैं।