भारत देश में प्रतिभाशाली लोगो की कमी नहीं है, देश के प्रत्येक हिस्से से एक न एक होनहार कलाकार जरूर मिलेगा। हम सभी इन प्रतिभाशाली लोगो के बारें में समाचार पत्र, न्यूज़ चैनल और सोशल मीडिया के माध्यम से पढ़ते, सुनते और देखते है। भारत की प्रतिभा ने तो अपनी कला से पूरी दुनिया को प्रभावित किया हुआ है। आज हम आपको ऐसे ही एक नौजवान कलाकार के बारें में बताएँगे जिन्हे बुलेट मोटरसाईकल से बहुत लगाव है। इनकी इसके प्रति दीवानगी इतनी अधिक है कि इन्होने लकड़ी से बानी एक नहीं कई रॉयल एनफील्ड बना दी है। इस नौजवान का नाम है जिदहिन करुलाई जो की केरल के रहने वाले है।
अगर आपको भी बाइक पसंद है तो आप बुलेट प्रेम को भली भांति जानते होंगे। ऐसे ही एक प्रेमी केरल के रहने वाले जिदहिन करुलाई है। इन्होने लकड़ी से बानी रॉयल एनफील्ड बनाई जिसे देखकर आप भी देखा खा जायेंगे। लकड़ी से बानी एनफील्ड को बनाने वाले जिदहिन करुलाई एक इलेक्ट्रीशियन है।
2 वर्षों की मेहनत और लगन
रॉयल एनफील्ड को बनाते समय इन्होने लकड़ी को बड़ी ही खूबसूरती से आकार दिया ताकि यह वास्तविक लगे। लकड़ी से बानी रॉयल एनफील्ड को देखकर हर कोई हैरान है और इसे खरीदना चाहता है। जिदहिन करुलाई को इसे बनाने में 2 वर्ष का समय लगा है लेकिन अब वो इसे बेचना नहीं चाहते है। जिदहिन करुलाई की इन रॉयल एनफील्ड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।
कई तरह की लकड़ियों से बनी
जिदहिन करुलाई ने इस रॉयल एनफील्ड को तैयार करने में अपनी लगन और प्रेम से 2 वर्ष में पूरा किया। इसको तैयार करने में इन्होने कई तरह की लकड़ियों का उपयोग किया है जिससे यह वास्तविक नज़र आती है। कुछ लकड़ियां तो इन्होने दूसरे देशो से भी खरीदी है जैसे मलेशियाई लकड़ी जिससे इसके टायर बनाये गए है और पैनल तथा टैंक के लिए रोजवुड और टिक लकड़ी का उपयोग किया है। एक नजर देखकर आप यह पता नहीं लगा पाएंगे की इसे लकड़ी से बनाया गया है।
कीमत असली वाली जितनी ही है
साक्षात्कार में जिदहिन करुलाई से जब इस मोटरसाइकिल की लगत के बारें में पूछा गया तो उन्होंने बताया की इसकी लगत एक रॉयल एनफील्ड जितनी ही है। हालाँकि जिदहिन करुलाई पहले भी एक छोटे आकर की रॉयल एनफील्ड बना चुके है जिसकी लगत कम थी जिसके बाद ही वो चर्चा में आये थे। जिदहिन करुलाई ने जब असली रॉयल एनफील्ड के साथ इस लकड़ी से बनी बुलेट को रख तो इसे देखने वालों की लाईने लग गयी थी।
जिदहिन करुलाई ने जब रॉयल एनफील्ड खरीदी थी तभी से उनका सपना था की वो एक लकड़ी से बनी मोटरसाइकिल बनाएंगे। हालाँकि तब उन्होंने यह नहीं सोचा था की वो बुलेट ही बनाएंगे लेकिन इसके प्रति उनकी दीवानगी ने उन्हें इसके लिए प्रेरित किया।