आप सभी का कभी ना कभी अस्पतालों में पोस्टमार्टम को लेकर पाला जरूर पढ़ा होगा तो आप इस बात को भी बहुत अच्छे से जानते हैं कि पोस्टमार्टम ज्यादातर सरकारी अस्पताल में ही किए जाते हैं और इन्हें सूर्यास्त के बाद नहीं किया जाता है। लेकिन केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला सुनाते हुए इस व्यवस्था को 24 घंटे के लिए चालू कर दी है। आज केंद्र सरकार द्वारा इस फैसले पर अहम मुहर लगा दी है बता दें कि इस बात की जानकारी ट्विटर के माध्यम से खुद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडविया ने दी है।
उन्होंने हिंदी में ट्वीट करते हुए इस जानकारी को साझा किया है कि वर्षों से चली आ रही सूर्यास्त के बाद पोस्टमार्टम नहीं होने की अंग्रेजी रीति को खत्म कर दिया है। अब अस्पतालों में चौबीसों घंटे पोस्टमार्टम की व्यवस्था चालू रहेगी लेकिन यह केवल उन अस्पतालों के लिए होगा। जिनके पास पोस्टमार्टम 24 घंटे करने की क्षमता है और सारी व्यवस्था उनके पास में मौजूद है। इस व्यवस्था को लागू करने के साथ ही सरकार ने कुछ नियम भी बनाए उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि संदिग्ध स्थितियों में पाए जाने वाले शवों के पोस्टमार्टम रात में नहीं किए जा सकेंगे उन्हें इस लिस्ट में शामिल नहीं किया गया हैं।
इतना ही नहीं मंत्रालय का यह भी कहना है कि इस व्यवस्था के बाद अंगदान प्रतिरूपण की व्यवस्था को भी बड़ी मात्रा में किया जा सकेगा। क्योंकि रिश्तेदारों घरवाले उनके अंगदान की व्यवस्थाओं को भी बढ़ावा दे सकते हैं। ऐसे में समय रहते हुए सुरक्षित अंगों को निकाला जा सकेगा। मंत्रालय का यह भी कहना है कि उन अस्पतालों में 24 घंटे पोस्टमार्टम की व्यवस्था मौजूद रहेगी जिनमें बुनियादी ढांचे पर सभी सुविधा मौजूद है और अंगदान व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अस्पतालों में पोस्टमार्टम सूर्यास्त के बाद भी होना चाहिए।
अंग्रेजो के समय की व्यवस्था खत्म!
24 घंटे हो पाएगा Post-mortem
PM @NarendraModi जी के 'Good Governance' के विचार को आगे बढ़ाते हुए, स्वास्थ्य मंत्रालय ने निर्णय लिया है कि जिन हॉस्पिटल के पास रात को Post-mortem करने की सुविधा है वो अब सूर्यास्त के बाद भी Post-mortem कर पाएँगे।
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) November 15, 2021
इतना ही नहीं मंत्रालय का यह भी स्पष्ट रूप से कहना है कि सूर्यास्त के बाद होने वाले सभी पोस्टमार्टम हो की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी ताकि किसी भी संदिग्ध परिस्थितियों में इस वीडियो के माध्यम से किसी भी तरह की आपत्ति लेने वाले को संतुष्ट करने का काम किया जा सकेगा। बता दें कि पोस्टमार्टम की व्यवस्था सूर्यास्त के बाद में नहीं होती ऐसे में कई लोगों को दाह संस्कार के लिए कई घंटों तक इंतजार भी करना पड़ता है।