विश्व के नौवें नंबर की भारतीय महिला हॉकी टीम की अनुभवी मिडफील्डर सुशीला चानू पुखरमबम ने कहा कि उनकी टीम ओलंपिक क्वालीफायर में अमेरिका को कड़ी चुनौती देगी। क्योंकि उनका एकमात्र लक्ष्य टोक्यो में ओलंपिक में जगह बनाना है।
सुशीला चानू ने कहा, “हम जानते हैं कि जब हमने रियो से प्रतिनिधित्व किया था, तो उसका कैसा अनुभव था, लेकिन जब हम वहां से वापस आए तो हम सभी का यही मानना था कि हमें खुद को और प्रोत्साहित करना होगा।”
इसे भी पढ़े :-T20 World Cup: जानिए अगले साल कहा होगा विश्व कप और क्या है खास
ओड़िशा के कलिंगा हॉकी स्टेडियम में भारत का ओलंपिक क्वालीफाई मुकाबला खेला जाना है जिसके लिए पिछले काफी समय से सीनियर महिला टीम ट्रेनिंग ले रही है। 26 वर्षीय चानू ने वर्ष 2009 में पदार्पण करने के बाद से भारत के लिए 179 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और लगातार टीम का हिस्सा रही है। वह रियो ओलंपिक टीम में कप्तान रहीं थी। उन्होंने रियो ओलंपिक में अपने अनुभव को याद करते हुए कहा कि उनके लिए इस टीम की कप्तानी करना सम्मान की बात थी। वह दोबारा इसी तरह ओलंपिक में खेलना चाहती है।
इसे भी पढ़े :-मैरीकॉम ने एक और कीर्तिमान से रचा इतिहास, विश्व चैंपियनशिप में 8 पदक जीतकर अपने ही कीर्तिमान को तोडा
गत वर्ष की चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर रही चानू लंबे अरसे बाद टीम वापसी कर रही है। उन्होंने अपनी वापसी को काफी मुश्किल बताते हुए कहा “वर्ष 2018 में मुझे चोट लगी थी जो काफी लंबे समय तक रही, इसका कारण से लंदन में मुझे महिला हॉकी विश्व कप 2018 और एशियन गेम्स 2018 तथा AHF महिला चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर रहना पड़ा था”। मेरा मनोबल काफी कम हो गया था लेकिन अब हम भी सामना करने को तैयार है। हमारे पास घरेलू मैदान पर खेलने का फायदा रहेगा और हमें अपने खेल पर भी पूरा विश्वास है।
इसे भी पढ़े :-लन्दन में गूँजी जसप्रीत बुमराह के संघर्ष की कहानी रिलायंस फाउंडेशन की अध्यक्ष नीता अम्बानी की जुबानी