ग्वालियर जिले में पिछले दिनों आई बारिश की वजह से बाढ़ ने काफी तबाही मचाई थी। बाढ़ की वजह से लोगों के आशियाने उजड़ गए थे। बाढ़ पीड़ित लोग सरकार से मदद की गुहार लगा रहे है कोई धरना प्रदर्शन कर रहा है तो ज्ञापन दे रहा…इसी बीच एक बच्ची अपने दर्द को गाने से बयां करती हुई नजर आ रही है। ये दर्द भरा गीत सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों ग्वालियर जिले के भितरवार में बाढ़ ने काफी तबाही मचाई थी। बाढ़ की वजह से लोगों के हालत बद से बदतर हो गए थे। आलम ये था कि लोगों के पास ना खाने के लिए सामान बचा था ना ही अपने तन को ढकने के लिए कपड़े बचे थे। सब इस बाढ़ में नष्ट हो गए थे। वैसे तो सोशल मीडिया पर हर दिन छोटी—बड़ी घटनाओं के साथ ही हैरान करने वाले वीडियो वायरल होते रहते है।
भितरवार के बानमोर गांव की इस बच्ची खुशबू का बाढ़ में सब कुछ बह गया है, ना घर है,ना कोई ठिकाना है। मां का पैर बाढ़ के दौरान टूट गया है आज सूबे के राज्यपाल मंगूभाई गांव आये तो वहां खुशबू गाना गा रही थी "इस भरी दुनिया में कोई भी हमारा न हुआ,गाने के पीछे के दर्द को जाने बगैर चले गए। pic.twitter.com/RO4vnv3QQu
— Ajay Singh (@ajaysingh0018) August 29, 2021
इस समय ग्वालियर जिले के भितरवार के बानमोर गांव की रहने वाली खुशबू का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जहां रविवार को राज्यपाल मंगू भाई पटेल घाटीगांव के अमरगढ़ आए। इस दौरान गांव की चौपाल में खुशबू गाना गा रही थी। इस ‘भरी दुनिया में कोई भी हमारा ना हुआ, गैर तो गैर अपनों का सहारा ना हुआ”। राज्यपाल खुशबू के गाने से इतने खुश हुए की उसे 500 रूपये का इनाम दिया और गाने के पीछे के दर्द को जाने बगैर चले गए।
बता दें कि खुशबू का इस बाढ़ में सब कुछ बह गया है, ना घर है, ना कोई ठिकाना है। खुशबू एक छात्रावास में रहती है, तो वहीं मां का पैर बाढ़ के दौरान टूट गया है। इतनी सब विपत्ति बाढ़ में बहे लोगो पर एक साथ टूट पड़ी है की सभी ये गाने के पीछे के दर्द के माध्यम से अपनी पीड़ा को महसूस कर रहे है और खुशबु द्वारा गाये इस गाने से जो भी लोग इस गाने को सुन रहे है वो अपनी आँखों के आंसू रोक नहीं पा रहे है। इस गाने को सुनकर आपको कैसा लगा,आप भी सुनिए खुशबू का ये दर्दभरा गाना