बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने अपनी दरियादिली के चलते सभी का दिल जीता है। और वे लोगों के लिए कर्मठ और पूरी श्रद्धा के साथ कार्य कर रहे हैं। सोनू ने कोरोना महामारी के दौरान भी अलग-अलग सीटीओ में फंसे प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए, भी अपना हाथ आगे बढ़ाया था। और बसों के द्वारा लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों को अपने घर तक सुरक्षित पहुंचाने का काम किया था इसके बाद से ही अभिनेता लोगों की नजर में मसीहा बनकर उभरे हैं।
मदद को आगे आये सोनू सूद
आज सोनू सूद ने लोगों के बीच में एक मसीहा के रूप में अपनी छवि बनाई है और वह निरंतर इस और कार्य भी कर रहे हैं सोनू सूद को आए दिन किसी न किसी परिवार की मदद करते हुए देखा जा सकता है और समस्या का सामना करने वाले लोग भी निसंदेह होकर सोनू से मदद की गुहार लगाते हैं और सोनू भी उनकी मदद करते हैं।
हाल ही में उत्तराखंड के चमोली में आई आपदा से कई लोग बेघर हो गई। कई ने अपना परिवार खोया तो कइयों को अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ गया। ऐसे में सोनू सूद ने एक बार फिर अपनी दरियादिली दिखाते हुए। एक परिवार की 4 बच्चियों की परवरिश करने का बीड़ा उठाया है। वे इन बच्चियों को गौद लेंगे।
जल विद्युत परियोजना से जुड़े थे पिता
दरअसल, बच्चियों के पिता आलम सिंह विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना से जुड़ी ऋत्विक कंपनी में इलेक्ट्रीशियन के पद पर कार्यरत थे। आपदा के समय आलम टनल के अंदर काम कर रहे थे। और अचानक आई आपदा के कारण वे अपने परिवार के पास दौबारा नहीं लौट सके, वे परिवार में अकेली ही व्यक्ति थे जो कमाते थे। अब उनके चले जाने के बाद इस परिवार पर समस्या का पहाड़ टूट पड़ा है।
वहीं पति के इस तरह चले जाने के बाद चारों बच्चियों की परवरिश का बोझ आलम की पत्नी के कंधों पर आ गया है। यह बात पता चलते ही सोनू सूद ने पीड़ित परिवार की मदद करने का बीड़ा उठाया है। आलम सिंह के चारों बच्चों को गोद लेकर उनकी पढ़ाई का खर्च उठाने का भरोसा दिलाया है।