बॉलीवुड इंडस्ट्री और कपूर खानदान का एक अलग ही संबंध है। इंडस्ट्री ने कपूर परिवार को एक अलग ही पहचान दी है। दरअसल, पृथ्वीराज कपूर से लेकर अब तक सभी ने बॉलीवुड में अपनी अलग ही छाप छोड़ी है और यह सिलसिला निरंतर जारी है। वहीं हाल ही में राजीव कपूर के निधन के बाद से ही पूरा परिवार सदमे में हैं। परिवार में इस घटना के बाद अब रणधीर कपूर तीनों भाइयों में अकेले रह गए हैं। आपको ज्ञात हो वर्ष 2020 में ऋषि कपूर ने भी इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। आज रणधीर कपूर का जन्मदिन है तो उनसे जुड़ी कुछ यादें आज आपके साथ शेयर करते हैं।
रणधीर कपूर की प्रेम कहानी बड़ी दिलचस्प है। जिससे उनके फैंस आज भी अनजान हैं। आज हम आपको उनके प्रेम से जुड़ी बातों से रूबरू करवाते हैं। बता दें कि जब रणधीर कपूर बॉलीवुड में एंट्री लेने के बाद वे काफी शर्मीले अंदाज के थे। लेकिन उनके ऊपर बबिता का ऐसा जादू चला कि अभिनेता पहली नजर में ही उनपर फिदा हो गए थे। दोनों की मुलाकात 1969 में फिल्म संगम के सेट पर हुई थी।
उन दिनों दोनों ही कलाकार अपनी फिल्म की शूटिंग में व्यस्त थे। लेकिन इस बीच दोनों में नजदीकियां बढ़ती चली गईं। फिर बबिता और रणधीर के बीच मुलाकातों का दौर चालू हो गया। वे फिल्म सेट्स पर चोरी-चुपके मिलने लगे। ऐसे ही चोरी छुपे मिलने का दौर दो साल तक चला। फिर दोनों ने 1971 में आई फिल्म कल आज और कल में साथ काम भी किया। लेकिन अब रणधीर बबिता से शादी करना चाहते थे लेकिन इस फैसले से कपूर खानदान खुश नहीं था।
लेकिन दोनों के बीच प्यार इतना गहरा हो गया था कि बात शादी तक जा पहुंची थी। लेकिन कपूर परिवार का मानना था कि शादी किसी एक्ट्रेस से ना की जाए पर रणधीर भी अपनी जिद पर अड़ गए। फिर इसके बाद उन्हें शादी करने की मंजूरी मिल गई। लेकिन शादी के लिए राज कपूर ने शर्त रखी कि अगर वो दोनों शादी करते हैं तो बबिता को अपना फिल्मी करियर छोड़ना पड़ेगा।
वहीं एक दूजे के प्यार में पागल रणधीर और बबिता ने परिवार की हर शर्त को मान लिया और 6 नवंबर 1971 में शादी के बंधन में बंद गए। दोनों की शादी धूमधाम से पंजाबी रीति-रिवाजों से कपूर रेजिडेंस में संपन्न हुई। वहीं राज कपूर द्वारा रखी शर्त का मान रखते हुए, शादी के बाद बबिता ने एक्टिंग छोड़ दी। उन्होंने अपनी शादी-शुदा जिंदगी को अहमियत दी। 1974 में करिश्मा कपूर का जन्म हुआ। इस बीच रणधीर कपूर का करियर धीरे-धीरे पटरी से उतरता गया। जिसकी वजह से वो अक्सर नशे में रहने लगे।
वहीं एक बार फिर कपूर परिवार में किलकारियां गूंजी और 1981 में करीना कपूर का जन्म हुआ। बताया जाता है कि इस समय तक रणधीर आर्थिक रूप से काफी पिछड़ चुके थे। उनकी ज्यादातर फिल्में बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप जाने लगी थी और इसी समय के दौरान रणधीर और बबिता के रिश्ते में खट्टास आने लगी। जब रिश्ते में बात ज्यादा बिगड़ने लगी तो बबिता ने अपनी दोनों बेटियों करिश्मा और करीना को लेकर अलग रहने लगी और अपने दम पर ही उनकी परवरिश भी की। उस दौरान रणधीर अपने बच्चों से मिलने आते थे, लेकिन ये दोनों साथ नहीं रहते थे।
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