अब हर भारतीय का कार से हवा में उड़ने का सपना होगा साकार, उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बनाई यह योजना

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कार में उड़ने का सपना देखने वाले भारतीय लोगो को अब जल्द ही ये सपना साकार होने वाला है। भारत में अब उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पहली हाइब्रिड फ्लाइंग कार शुरू करने को लेकर ये जानकारी दी है।सिंधिया ने जानकारी देते हुए बताया की एशिया की पहली हाइब्रिड कार जो विनाटा एयरोमोबिलिटी के युवाओं द्वारा बनाई जा रही है उसके कॉन्सेप्ट से अवगत होने पर उन्हें काफी खुशी भी हुई है।

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first hybrid flying car

इसके साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि इन कार के शुरू होने पर इनके द्वारा कार्गो के उपयोग तथा चिकित्सकीय क्षेत्र में ये एक नया आयाम स्थापित करेंगे।इसके द्वारा आपातकालीन सेवाओं को प्रदान करने का कार्य बेहद सरल हो जायेगा।जानकारी के अनुसार अमेरिका के फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने भी फरवरी माह में एक ऐसी कार को मंजूरी दी है जो हवा में 10 हजार फीट तक की ऊंचाई पर उड़ सकती है।

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बात करे इस कार को बनाने वाली कंपनी की तो इस कंपनी का नाम टेराफुगिया ट्रांसजिशन है। कार बनाने वाली इस कंपनी का दावा है की ये कार जमीन पर चलने के साथ ही हवा में भी उड़ेगी।कंपनी के द्वारा और भी कई तरह की उड़ने वाली कार पर काम चल रहा है और ऐसी कार तैयार की जा रही है जो हवा में उड़ सके। अमेरिका के परिवहन विभाग के अंडर आने वाले फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने इन उड़ने वाली कारों को उड़ाने की परमिशन अभी सिर्फ पायलट और फ्लाइट स्कूल को ही दी गई है। अभी सड़को पर इसे चलाने के लिए परमिशन के लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा।

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बात ये है की इन कार को उड़ाने और चलाने की परमिशन देने से पहले कंपनी को सड़क सुरक्षा से जुड़े नियमो और उनके पालन का ड्राफ्ट तैयार करना होगा। इस कार की खासियत ये होगी की ड्राइवर उड़ान भरने से 1 मिनट से भी कम वक्त में छोटे एयरपोर्ट या राजमार्गो पर लैंड कर पायेंगे।कंपनी के अनुसार इस कार के निर्माण और सामान्य इस्तेमाल करने की अनुमति वर्ष 2022 में मिल सकती है।खैर इसे चलाने के लिए उड़ान भरने वाले ड्राइवर के पास ड्राइविंग लाइसेंस और स्पोट्रर्स पायलट सर्टिफिकेट का होना अनिवार्य माना जाएगा तभी वो ये कार चला पाएगा या यूं कहे की उड़ा पाएगा।


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