Laptop Import Ban : अब दूसरे देशों से 1 नवंबर तक ला सकेंगे लैपटॉप, कंप्यूटर और टैबलेट, सरकार ने इस वजह से लगाया था बैन…

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Laptop Import Ban : गैर-बासमती चावल के एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध के बाद मोदी सरकार ने एक और बड़ा निर्णय लिया है। अब टैबलेट, लैपटॉप और कंप्यूटर जैसे प्रोडक्ट दूसरे मुल्कों से नहीं मंगाए जाएंगे। सरकार ने लैपटॉप, कंप्यूटर, सर्वर, ऑल-इन-वन पर्सनल कंप्यूटर और टैबलेट के इंपोर्ट पर प्रतिबंध लगा दिया है। तत्काल प्रभाव से इस प्रतिबंध को लागू भी कर दिया गया है। यानी कि दूसरे देश से ये तमाम प्रोडक्ट्स अब इंडिया नहीं आएंगे। बताते चलें कि किसी भी प्रोडक्ट के इंपोर्ट पर प्रतिबंध लगाने का मतलब होता है कि इन प्रोडक्ट के इंपोर्ट के लिए सरकार से परमिशन या लाइसेंस लेना पड़ेगा‌।

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लैपटॉप कंप्यूटर इंपोर्ट पर बैन की वजह

सरकार ने यह फैसला मेक इन इंडिया और मेड इन इंडिया पर फोकस करने के लिए लिया है। इस को आगे बढ़ाने के उद्देश्य सरकार ने कई सेक्टर्स में पीएलआई स्कीमें भी ला चुकी है। और सरकार के इस निर्णय को बड़े स्तर का फैसला बताया जा रहा है।

चीन को कितना नुकसान

भारत सरकार का यह फैसला चीन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। विदेश व्यापार महानिदेशालय के द्वारा गुरुवार को जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि रिसर्च एंड डेवलपमेंट, मूल्यांकन, बेंचमार्किंग, परीक्षण और वापसी के साथ उत्पाद विकास के मकसद से आने वाली हर खेप में और 20 सामानों तक छूट दी जाएगी। इसके पीछे उद्देश्य चाइना जैसे मुल्कों से आयात को कम करना है। इसी अधिसूचना में कहा गया है कि ऑल इन वन पर्सनल कंप्यूटर, सर्वर, टेबलेट और लैपटॉप के इंपोर्ट को तत्काल प्रभाव से बैन की कैटेगरी में डाला गया है।

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इंपोर्ट को लेकर सरकार की शर्तें

सरकार इसी शर्त पर आयात की मंजूरी देगी, जब आयात किए गए प्रोडक्ट का यूज़ केवल बताए गए मकसद के लिए किया जाएगा और उनकी बिक्री नहीं की जाएगी। जब उद्देश्य पूरा हो जाएगा तो उसे प्रोडक्ट को खत्म कर दिया जाएगा। पुनः यूज करने के लिए पुनः इंपोर्ट करना होगा। इन सामानों की वापसी और रिपेयरिंग के लिए प्रतिबंधित आयात के लाइसेंस की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।


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