संघ लोक सेवा आयोग द्वारा साल 2020 की यूपीएससी परीक्षा के परिणाम शुक्रवार को घोषित कर दिए जिसमें इस बार टॉप पर रहे बिहार के कटिहार के रहने वाले शुभम कुमार लेकिन इस दौरान सामने आए एक नाम ने सभी को काफी हैरानी में डाल दिया। साल 2015 में यूपीएससी टॉपर रही टीना डाबी की बहन रिया डाबी ने भी यूपीएससी एग्जाम क्लियर करते हुए 15 वीं रैंक हासिल की है। बता दें कि रिया डाबी के बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि टीना डाबी काफी ज्यादा चर्चित नाम रहा है क्योंकि उन्होंने जहां साल 2015 में आईएएस टॉप किया था। तो हाल ही में वह अपने तलाक के लिए भी काफी ज्यादा चर्चा में रही थी। वही एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए रिया डाबी के माता पिता ने अपनी बेटियों की सफलता के बारे में काफी कुछ जानकारी साझा की है। रिया डाबी के पिता बताते हैं कि उनकी बेटियों ने पहले ही प्रयास में सबसे बड़ी और सबसे कठिन परीक्षा को पास किया है।
जहां साल 2015 में टीना डाबी ने आईएएस टॉपर रही थी। तो वहीं अब उनकी बहन जो उनसे 5 साल छोटी रिया ने भी यूपीएससी 2020 में 15वीं रैंक हासिल की है उनके पिता कहते हैं कि यहां उनकी मेहनत का नतीजा है और उनका विल पावर है। वहीं अपनी सफलता के बारे में रिया ने बताया कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उनकी रैंक इतनी ज्यादा अच्छी आएगी। उन्होंने अपने पढ़ाई करने के तरीके के बारे में बताते हुए कहा कि उन्होंने पेपर पढ़ना और अपडेट्स को कभी नहीं छोड़ा साथ ही लगातार उन्होंने रिवीजन भी किया है उनका कहना है कि आपकी हर सब्जेक्ट पर अच्छी पकड़ होना चाहिए इसलिए आपको रिवीजन करने की जरूरत पड़ती है।
प्रिया ने बताया कि उन्होंने इंटरनेशनल रिलेशन अपना ऑप्शनल सब्जेक्ट रखा था। हालांकि रिया ने यह भी बताया कि उन्होंने प्रिपरेशन करने के लिए कोचिंग का भी सहारा लिया लेकिन कोविड-19 में जब कोचिंग संस्थान बंद हो गए तो उन्होंने सेल्फ स्टडी करना चालू कर दिया था। रिया ने जरूरी टिप्स बताते हुए कहा कि पढ़ाई पर फोकस करने के लिए आपको सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से दूर रहना पड़ता है इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि वे लगातार 10 घंटे तक पढ़ाई किया करती थी।
हर सफल छात्र की तरह उन्होंने भी अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां हेमाली डाबी को दिया है। उनका कहना है कि उनकी मां ने बचपन से ही उन्हें काफी होनहार बनाया है इतना ही नहीं रिया डाबी ने उन छात्रों के लिए भी काफी अच्छी बातें कही है जिनका चयन नहीं हो पाया उन्होंने कहा है कि हौसला मत होइए लगाता रिवीजन करते रहिए। अपनी बेटियों की सफलता के लिए रिया डाबी की मां ने कहा कि मेरी दोनों बेटियां मेरी आंखें हैं। आज उनके नाम से हमें जाना जाता है हमें दोनों बेटियों पर बहुत ज्यादा गर्व है। अब रिया राजस्थान में महिलाओं की सुरक्षा, और सेहत पर कार्य करना चाहती हैं।