बॉलीवुड हिंदी में अपने दर्शकों के लिए लगातार बड़े बदलाव किए हैं वही इंडस्ट्री को बड़े मुकाम पर पहुंचाने के लिए कई सितारों ने अपना अहम योगदान दिया है। आज बॉलीवुड इंडस्ट्री में बहुत सारे ऐसे हैं। जो इस दुनिया में मौजूद नहीं है लेकिन उनके अहम योगदान के लिए आज भी उन्हें तहे दिल से याद किया जाता आज हम एक ऐसे ही अदाकारा की बात करने जा रहे हैं जिन्होंने अपनी अदाकारी से बॉलीवुड इंडस्ट्री में बड़ी पहचान बनाई और उनकी बदौलत दर्शकों को एक से बढ़कर एक फिल्म देखने को मिली।
आज एक फिल्म को सुपरहिट करने के लिए सभी लोगों का अहम योगदान रहता है। आज हम एक अदाकारा की बात करने जा रहे हैं। उन्होंने अपनी कोरियोग्राफी से बॉलीवुड इंडस्ट्री में बड़ी पहचान बनाई है। यही कारण है कि उनके इस दुनिया में नहीं रहने के बाद भी आज भी उन्हें तह दिल से याद किया जाता है। दरअसल, हम बात कर रहे हैं हिंदी सिनेमा की जानी-मानी कोरियोग्राफर सरोज खान की जो आज हमारे बीच नहीं है। उन्होंने साल 2020 में इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
सरोज खान ने अपने करियर 2,000 से ज्यादा गानों को कोरियोग्राफर किया है। यही कारण है कि आज भी उन्हें उनके एवं योगदान के लिए हर मौके पर याद किया जाता है। बॉलीवुड इंडस्ट्री की बड़ी कोरियोग्राफर रही है। उन्हें ‘The Mother Of Choreography In India’ तमगा भी मिल चुका है। आज सरोज खान की जितनी बात की जाए उतनी ही कम है। लेकिन आज हम उनके जीवन से जुड़ा एक ऐसा किस्सा आपके साथ में बयां करने जा रहे हैं जिसको जानने के बाद आपकी आंखें भी नम हो जाएगी।
सरोज खान जितनी ज्यादा फेमस अपनी कोरियोग्राफी के लिए रही है उतनी ही कहीं ज्यादा वे लव लाइफ को लेकर भी चर्चाओं में रही है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरोज खान ने 13 साल की उम्र में ही शादी कर ली थी। उन्होंने अपने से 28 साल बड़े सोहनलाल से शादी की थी। सोहनलाल पेशे से एक डांस मास्टर है। शादी के कुछ साल बाद उनको बेटा हुआ। फिर इसके बाद उनको एक बेटी हुई लेकिन उनकी बेटी उनके साथ ज्यादा समय तक नहीं रह सकी। खबरों की माने तो सरोज खान की बेटी जब 8 महीने की थी जब वह इस दुनिया को छोड़ कर चली गई।
वहीं इस बारे में सरोज खान कहती है कि उन्होंने अपनी 8 महीने 5 दिन की बेटी को उसके इंतकाल के बाद दफनाकर सीधे शाम को काम पर लौट गई। हम उनके इस साहस की दाद देते हैं। किसी भी मां के लिए ऐसा करना आसान नहीं होता है। सरोज ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी के चले जाने के बाद हरे रामा हरे कृष्णा फिल्म के हिट गाने दम मारो दम के काम के लिए निकल गई। सरोज खान अपने काम को लेकर काफी ज्यादा एक्टिव रहती थी। यही कारण रहा कि उन्होंने 8 माह की बेटी को खोने के बाद फौरन काम पर लौटना सही समझा।
अपनी एक बेटी को खोने के बाद उनको एक और बेटी हुई। जिसके बाद काफी सालों तक चले सोहनलाल के साथ अपने रिश्ते को सरोज खान ने तोड़ लिया। दोनों ने काफी समय एक साथ रहने के बाद एक दूसरे को अलग कर लिया। इसके बाद सरोज खान ने दौबारा सरदार रोशन खान से शादी करली जिन से भी उनको एक बेटी हुई। जिसका नाम उन्होंने सुकैना रखा वे अपनी मां के बारे में बताती है कि उन्हें अपने काम से बहुत ज्यादा लगा था। खाना तो उन्होंने कभी भी अपने काम से छुट्टी नहीं ली उनकी यही खूबी उन्हें बॉलीवुड की मशहूर कोरियोग्राफर बनाती है।