वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन यूपी की राजधानी लखनऊ में एक कार्यक्रम मिशन शक्ति के उपलक्ष्य में मौजूद थी। इस मौके पर ये बात उजागर हुई की उत्तरप्रदेश में देश का दूसरा सबसे बड़ा गंगा एक्सप्रेस वे बनना शुरू हो चुका है। वहीं इस प्रोजेक्ट के लिए 5100 करोड़ रुपए का चेक पीएनबी बैंक की और से दिया गया।इस चेक को Uttar Pradesh Expressways Industrial Development Authority (UPEIDA) के नाम से दिया गया। वही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इसके बारे में बताते हुए कहा कि इस गंगा एक्सप्रेस का लोगो का काफी फायदा होगा।इस एक्सप्रेस की मदद से लोग इलाहाबाद से लखनऊ मात्र 6 घंटे में ही पहुंच जायेंगे।
गंगा एक्सप्रेस वे की खासियत ये है की इसपर कोई भी कार 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी। दावा तो ये भी किया जा रहा है की महज 5 घंटे में ही इस एक्सप्रेस वे के द्वारा लखनऊ से मेरठ का सफर पूरा हो जायेगा। आपको बता दे की लखनऊ से मेरठ का रास्ता 577 किलोमीटर दूर है। इसलिए नॉर्मल तरीके से इतना लंबा रास्ता तय करने के लिए 9,10 घंटे तक का सफर करना पड़ता है। लेकिन गंगा एक्सप्रेस बनने के बाद लोगो को ये रास्ते तय करने में मात्र आधा ही वक्त लगेगा।
इस एक्सप्रेस का रास्ता मेरठ के बिजौली गांव से शुरू होगा और प्रयागराज के जुडापुर डांडू के बीच खत्म होगा।इस एक्सप्रेस के अंतर्गत 12 जिले जुड़ेंगे जिसमे हापुड़ (33kms), प्रयागराज (16kms), मेरठ (15 kms), अमरोहा (26kms), बदायूं (92 kms), बुलंदशहर (11kms), शाहजहांपुर (40kms), हरदोई (99kms), उन्नाव (105kms), राय बरेली (77 kms), प्रतापगढ़ (41kms) और संभल (39kms), शामिल है।
जैसा कि हमने आपको बताया कि इस प्रोजेक्ट के लिए Upeida के नाम पर 5100 करोड़ रुपए का चेक दिया गया है।जो प्राधिकरण को 15 साल के अंदर इस रकम को वसूल कर लोटाएगा। जब तक ये लोन खत्म नही हो जाता इसकी जिम्मेदारी UPEIDA के पास ही रहेगी।
जब ये बनकर तैयार होगा तो ये उत्तरप्रदेश का सबसे लंबा और देश का सबसे बड़ा दूसरा गंगा एक्सप्रेस कहलाएगा। इसकी लंबाई की बात करे तो ये 594 किलोमीटर है। जानकारी मिली है की 92 प्रतिशत जमीन अधिग्रहित की गई है को इस एक्सप्रेस के लिए लगने वाली जमीन है। इस प्रोजेक्ट की कीमत 36 हजार 230 करोड़ रुपए बताई जा रही है जिसका काम अब जल्द ही पूरा होने वाला है।