UER 2 Project : जल्द ही दिल्ली के लोगों को तीसरा रिंग रोड का सौगात मिलने जा रहा है। लंबे वक्त से चल रहे अर्बन एक्सटेंशन रोड परियोजना का 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है। इसका काम सितंबर तक पूरा करने का टारगेट था, मगर देरी की वजह से इसके दिसंबर में पूर्ण होने की संभावना है।
देश के सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि अर्बन एक्सटेंशन रोड 2 और द्वारका एक्सप्रेसवे को आगामी छह महीनों में पूर्ण होने से दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक लोड में कमी आएगी और पूरे एनसीआर में आवाजाही में सुधार होगा।
5 चरणों में बन रहा अर्बन एक्सटेंशन रोड प्रोजेक्ट
नितिन गडकरी ने कहा है कि आउटर रिंग रोड, जो आईजीआई एयरपोर्ट से उत्तरी दिल्ली में अलीपुर के बीच अर्बन एक्सटेंशन रोड 2 के नाम से जाना जाता है, आगामी 6 महीनों में पूर्ण होगा और इसका निर्माण हो जाने से दोनों एरिया के बीच सफर का समय घटकर सिर्फ 20 मिनट होगा, जो अभी 3 घंटे है।
Inspection of the Urban Extension Road Project (UER-II), developed as part of the Delhi Decongestion Plan. #PragatiKaHighway #GatiShakti pic.twitter.com/9bpwMOM4LG
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) March 16, 2023
बता दें कि दिल्ली में 75.71 किमी लंबा अर्बन एक्सटेंशन रोड परियोजना को 5 विभिन्न पैकेज में बनाया जा रहा है। इसमें UER-II बेहद महत्वपूर्ण है। फिलहाल इस परियोजना का काम लगभग 70 प्रतिशत काम पूर्ण हो गया है। एनएचएआई के अधिकारी की मानें तो, दरअसल पैकेज-2 में मंगेशपुर ड्रेन हो जाने से थोड़ी दिक्कत आ रही है, क्योंकि इस पर पिलर का निर्माण होना हैं। इस कारण से काम धीमी रफ्तार से चल रहा है। दिसंबर 2023 तक इसका निर्माण कार्य पूर्ण किया जाएगा।
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यह रिंग रोड इस मास्टर प्लान का हिस्सा
इस सिक्स लेन सड़क परियोजना को दिल्ली के मास्टर प्लान, 2021 में प्रस्तावित हुआ था और इसे फिलहाल रिंग रोड व दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे के भीड़ को कम करने के लिए तीसरा रिंग सड़क के तौर पर पहचाना जा रहा है। राजधानी में भीड़भाड़ कम करने की स्कीम के तहत यूईआर-II का कार्य 7,716 करोड़ रुपये खर्च कर हो रहा है। इस परियोजना में 27 फ्लाईओवर एवं 11 अंडरपास सहित कई फैसिलिटी होंगी।
10 लाख मीट्रिक टन कचरे से होगा निर्माण
परियोजना से जुड़े एक अफसर ने बताया कि यूईआर II के निर्माण में तकरीबन 10 लाख मीट्रिक टन निष्क्रिय अपशिष्ट पदार्थ का इस्तेमाल किया गया है। इस रोड के जरिए इंदिरा गांधी एयरपोर्ट और गुरुग्राम के बीच सफर सुलभ हो जाएगा और यात्रा में कम वक्त लगेगा। वहीं, यहां से जम्मू कश्मीर, पंजाब और चंडीगढ़ के बीच का यात्रा सुलभ हो जाएगा।