अभी कुछ दिनों पहले एक फिल्म आयी थी स्कैम जिसमे प्रतीक गाँधी ने लीड रोल निभाया था। जैसा की नाम से ही जाहिर है की ये फिल्म किसी बड़े स्कैम की स्टोरी को दर्शाती है। इस फिल्म में प्रतीक गाँधी ने शेयर मार्केट में बिगबुल कहे जाने वाले हर्षद मेहता का किरदार निभाया था। हर्षद मेहता ने शेयर मार्केट में जो धांधली की थी उसके बाद लोग हर्षद से बहुत प्रेरित हुए थे। जिसके बाद लोगो ने भी हर्षद को फॉलो करना शुरू कर दिया था ,तथा जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में धोखाधड़ी करने लगे थे। एक ऐसे ही आदमी के सर पर ऐसा जूनून सवार हुआ जिसने जल्दी पैसे कमाने के चक्कर में लोगो को बेवकूफ बनाकर उनसे करोडो रूपए चट कर गया।
दरअसल मैदानगढ़ी पुलिस ने एक ऐसे आदमी को गिरफ्तार किया है। जो मात्रा 10 % सालाना ब्याज पर लोन दिलाने का झांसा देकर लोगो से ठगी करता था। और उन्ही ठगे गए पैसो से फिल्मे बनाया करता था। ये शख्स अब तक ठगे हुए पैसो से 6 फिल्मे बना चूका है। दिल्ली पुलिस और मुंबई क्राइम ब्रांच पहले भी कई बार इस आरोपी को गिरफ्तार कर चुकी है। इसका असली नाम अजय यादव उम्र 55 साल बताया जा रहा है जिसे मथुरा से गिरफ्तार किया गया है। ये शातिर आरोपी राकेश शर्मा,अविनाश,संजय अग्रवाल,रमन जैसे कई अलग अलग नामो का इस्तेमाल करके ठगी किया करता था।
डीसीपी अतुल कुमार ने बताया की सतबादी के रहने वाले राहुल नाथ ने पुलिस को शिकायत की थी की उसकी कंपनी ओखला में मेकर इंटरनेशनल के नाम से है। उसे अपनी कंपनी को बढ़ाने के लिए लोन की आवश्यकता थी। जब उसने अख़बार में विज्ञापन देखा तो उसके माध्यम से उसकी मुलाकात सेरेने फिल्म्स के मालिक अजय यादव से हुई। अजय यादव राहुल को अपनी बातो के जाल में उलझाकर बोला की वो उसे 65 करोड़ रूपए 10 % ब्याज पर 10 साल के लिए दिलवा देगा। वही अजय यादव ने लोन के नाम पर डाक्यूमेंट्स रेडी करवाने के लिए 18 लाख रूपए ले लिए, ऐसे ही करते करते वो राहुल से 32 लाख रूपए हड़प चुका था और पैसे लेने के बाद आरोपी ने अपना फ़ोन भी बंद कर लिया था। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू करते हुए पता लगाया की ये आरोपी संजय अग्रवाल, राकेश शर्मा, विकास कुमार, गुड्डू, रमन और अविनाश के नाम से लोगो को लूटने में लगा है।
पड़ताल करने के बाद ये बात भी सामने आयी की अजय यादव ने अभी कुछ समय पहले ही साक्षी नाम से एक फिल्म बनायीं है। इसके बाद पुलिस टीम ने मुंबई में जुड़े फिल्मी दुनिया के लोगो से जानकारी एकत्रित की। यहाँ से ये बात सामने आयी की आरोपी इंदौर में छुपा हुआ है। जैसे ही पुलिस ने यहाँ दबिश दी तो आरोपी यहाँ से भी फरार हो गया। इसके बाद पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर अजय यादव को मथुरा उत्तरप्रदेश से उसके घर से गिरफ्तार किया है। इसके खजिलाफ दिल्ली और मुंबई में पहले से ही 13 मामले दर्ज है। जांच पड़ताल में ये भी सामने आया है की अजय यादव कई लोगो से करोडो रूपए की ठगी को अंजाम दें चूका है। ये लोगो को फ़र्ज़ी डिमांड ड्राफ्ट थमा देता था जिससे उन्हें लगता था की उन्हें लोन मिल गया है,जिसके बाक़ड ये वहां से फरार हो जाता था। बताया जा रहा है की अजय यादव 2015 से फरार चल रहा था।