फिल्मी दुनिया के ज्यादातर सितारों की जिंदगी लाइब्रेरी में बंद पड़ी किताब से कम नहीं है जितने पन्ने पलट आओगे उतनी कहानियां सामने निकलकर आएगी बहुत से कलाकार ऐसे हैं जो आज बड़े मुकाम पर पहुंच चुके हैं लेकिन इन कलाकारों की पिछली जिंदगी के बारे में यदि गौर फरमाया जाए तो इतने कहानियों के पन्ने निकलते हैं। जिन्हें पढ़ते-पढ़ते शायद आप भी थक जाए आज हम एक ऐसे ही बॉलीवुड इंडस्ट्री के जाने-माने डायरेक्टर महेश भट्ट के बारे में बात करने जा रहे हैं जिनके इतिहास के पन्ने भी किसी बंद किताब से कम नहीं है।
अपने अब तक के करियर में बॉलीवुड इंडस्ट्री को कई सुपरहिट फिल्में दे चुके हैं महेश भट्ट जिंदगी के बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते हैं आज महेश भट्ट किसी की पहचान के मोहताज नहीं है लेकिन यहां तक पहुंचने, से पहले उन्होंने कई संघर्षों का सामना किया है इतना ही नहीं वे अपने पारिवारिक जीवन से भी कई परेशानियों का सामना कर चुके हैं और आज अपनी पुरानी बातों को लेकर सहम जाते हैं तो चलो आइए आज हम आपको बॉलीवुड इंडस्ट्री के जाने-माने निर्माता-निर्देशक महेश भट्ट के जीवन से जुड़े बड़े राज बताते हैं।
फिल्मी दुनिया में आज बहुत ही प्रेम कहानी ऐसी सबके सामने आती है जिनके बारे में सुनकर सभी को काफी हैरानी होती है और एक दफा तो यकीन भी नहीं होता है कि इस दौड़ से भी यह कलाकार कुछ नहीं ऐसा ही कुछ महेश भट्ट के माता पिता के साथ में भी हुआ जिसके बारे में बहुत कम लोग ही आज जानते हैं। महेश भट्ट के पिता का नाम नाना भाई भट्ट और माँ शिरीन मोहम्मद अली महेश भट्ट के पपिता जाति से ब्राह्मण थे जो कि गुजरात के पोरबंदर में रहा करते थे। महेश भट्ट के पिता कहानियों और कल्पना पर आधारित फिल्म बनाने का काम किया करते थे।
नाना भट्ट अपने जमाने के काफी ज्यादा चर्चित प्रड्यूसर रहे हैं बताया जाता है कि उन्होंने 1940 के दशक में अपने नाम एक नया कीर्तिमान हासिल कर लिया था उन्होंने 100 से ज्यादा धार्मिक फिल्मों को बनाया इसके लिए उन्हें काफी पहचान मिली। अपने फिल्मी करियर में काफी ऊंचाइयों को छू रहे नाना भट्ट ने हेमलता नाम की महिला से शादी की थी। दोनों की शादी के कुछ समय बाद बेटे के रूप में रॉबर्ट का जन्म हुआ। यह परिवार काफी कुशवाहा जिंदगी जी रहा था। बताया जाता है कि जब दोनों ही पति पत्नी के बीच में अच्छी बन रही थी इस बीच नाना की शिरीन मोहम्मद अली से मुलाकात हुई और उनके साथ उनके संबंध लगातार अच्छे बनते चले गए।
दोनों की नजदीकियों के कारण नाना और हेमलता के बीच रिश्ते में लगातार दरार आती चली गई। यहां से नाना भट्ट के जीवन में एक नई कहानी चालू हो गई जहां पर पहले से ही शादीशुदा थे और एक बच्चे के पिता थे ऐसे में उनके जीवन में शिरीन मोहम्मद अली मैं भी अपनी एंट्री मार दी थी इतना ही नहीं दोनों एक दूसरे के प्यार में इतने ज्यादा पागल हो गए थे कि दोनों ने बिना शादी किए ही साथ रहने का फैसला कर लिया। इतना ही नहीं कुछ दिनों तक साथ रहने के बाद दोनों के दो बच्चे भी हुए एक का नाम मुकेश भट्ट दूसरे का नाम महेश भट्ट रखा गया।
नाना के ऊपर इस दौरान 2 घर संभालने की जिम्मेदारी थी क्योंकि उनकी पत्नी हेमलता और शिरीन मोहम्मद अली दोनों कोई उन्हें देखना पड़ता था। बताया जाता है कि इस तरह से बिना शादी किए बच्चे पैदा करने के बाद शिरीन मोहम्मद अली को तो जमाने के ताने भी सुनना पड़ेगा थे। महेश भट्ट और मुकेश भट्ट दोनों ने इंडस्ट्री में अपना बड़ा नाम बनाया हो लेकिन कहीं ना कहीं आज भी उनके दिलों में नाजायज शब्द दिल में काफी चुभन पैदा करता है और यही कारण रहा कि महेश भट्ट ने अपने पिता को कभी भी पिता की तरह नहीं क्योंकि उन्हें लगता था कि उनकी ही गलती थी यही कारण है कि आज में नाजायज शब्द का सामना करना पड़ता है।
इंटरव्यू के दौरान महेश भट्ट खुद अपने दिल की बात सबके सामने रख चुके हैं उन्होंने स्पष्ट किया था कि उनके पास अपने पिता से जुड़ी सरनेम के अलावा कोई भी यादें और कोई भी चीज नहीं है। महेश भट्ट कहते है कि वे अपनी मां शिरीन मोहम्मद अली की एक नाजायज औलाद है इसके अलावा उनके पास अपने पिता से जुड़ी कोई भी चीज नहीं है।