कन्हैया ने कहा कि हमारे पास करने के लिए कोई काम नहीं बचा है। हमारी स्थिति ऐसी कर दी गई है कि, “देश चलाते हैं हम और हमारे साथ ही कीड़े मकोड़े जैसा व्यवहार होता है।” कन्हैया ने कहा, “PM नरेंद्र मोदी कहते हैं कि पकौड़ा तलना रोजगार है, तो वह अमित शाह के बेटे को दुकान क्यों नहीं खुलवा देते हैं? JNU के पूर्व छात्र संघ कन्हैया कुमार ने रोजगार के मुद्दे पर PM मोदी और अमित शाह पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा आप सोचिए कि, “किसान किसानी नहीं करें, मजदूर मजदूरी नहीं करें, ड्राइवर कहें कि वे ट्रेन नहीं चलाएंगे, सफाई कर्मी कहे कि हम सड़क को साफ नहीं करेंगे, तो देश कैसे चलेगा? देश में बुनियादी काम करने वाले लोग, रेहडी पटरी पर दुकान लगाने वाले लोग, टैक्सी चलाने वाले, ऑटो चलाने वाले, दुकानों में मजदूरी करने वाले, फैक्ट्रियों, घरों और ऑफिस में काम करने वाले काम नहीं करें तो देश कैसे चलेगा। कन्हैया ने कहा हमारे पास करने के लिए कोई काम नहीं बचा है। हमारी स्थिति ऐसी कर दी गई है कि देश चलाते हैं हम और हमारे साथ ही कीड़े मकोड़े जैसा व्यवहार होता है। बताइए, मजदूर मजदूरी नहीं करें तो यह शहर कैसे चलेगा?
करोड़ों लोगों के राज्य में चुनाव हो रहा है और उनका मुद्दा गायब कर दिया जाता है। सिर्फ एक ही आदमी का चेहरा दिख रहा है। दिन रात एक ही आदमी का चेहरा इसलिए दिखाया जाता है कि आपके सपने को उस आदमी के नाम पर खरीद लिया जाए। उन्होंने कहा कि, “किसी पकौड़ा तलने वाले से कभी सुना है कि अपने बेटे को पकौड़ा तलने वाला बनाएगा । प्रधानमंत्री कहते हैं कि पकोड़ा तलना भी रोजगार है। यदि यह भी एक रोजगार है तो अमित शाह अपने बेटे की एक पकौड़ा की दुकान क्यों नहीं खुलवा देते हैं? अपने बेटे को तो BCCI का सेक्रेटरी बना रहे थे और हमको कहा जा रहा है कि, “तुम्हारा बाप भी पकौड़ा तलता था, तुम भी पकौड़ा तलो, तुम्हारा बाप भी गटर में उतरता था, तुम भी गटर में उतरो। तुम्हारा बाप भी खेती करता था, तुम भी खेती करो।”