क्रिकेट की दुनिया में ऐसे धाकड़ बल्लेबाज है जिनके नाम सुनते ही गेंदबाजों के पसीने छूट जाते हैं। जब यह मैदान पर आते हैं तो 1 या 2 रन से बात नही, बल्कि बल्ला उठाकर सीधा चौके छक्के से बात करते हैं। वहीं बल्लेबाज ज्यादातर मौकों में इस खेल में गेंदबाजों के ऊपर हावी नजर आते हैं। ऐसे बल्लेबाजों से गेंदबाज हमेशा बचते हुए नजर आते हैं। लेकिन भारतीय टीम में भी ऐसे कई धुरंधर बल्लेबाज हैं जो मैदान पर आते ही चौके छक्के की बरसात कर देते हैं, लेकिन उन्हीं में से एक ऐसा भी खिलाड़ी है जो अपने पूरे क्रिकेट करियर में एक भी छक्का नहीं लगा पाया और उसे 12 साल तक छक्का लगाने के लिए बस इंतजार करता रहा।

पूरे करियर में नहीं लगा पाये एक भी छक्का
दरअसल बात कर रहे हैं भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी मनोज प्रभाकर कि जिन्होंने भारती टीम की तरफ से 12 साल तक वनडे मैच खेला। लेकिन अपने करियर में उनके बल्ले से कभी भी छक्का नहीं निकला है। प्रभाकर ने 1984 में भारतीय टीम के लिए पहला वनडे खेला था। वहीं 1996 में रिटायर होने तक एक भी छक्का नहीं लगा पाये थे। अब इसके पीछे उनकी बुरी किस्मत कहें या फिर उनके प्रदर्शन में कमी थी। यह रिकॉर्ड ऐसा है जो कोई भी खिलाड़ी अपने नाम नहीं करना चाहता है।

पूरे करियर में खेले 130 वनडे मैच
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज मनोज प्रभाकर इन्होंने 1984 से 1995 तक भारत के लिए क्रिकेट खेला और अपनी दमदार पारी से कई बार भारतीय टीम को जीत दिलाई है। उन्होंने 130 वनडे मैच खेले और 1800 से ज्यादा रन बनाएं जिसमें 2 शतक और 11 अर्धशतक भी शामिल है, लेकिन इन मैचों में एक भी छक्का नहीं लगा पाए है।

लिस्ट में ये बल्लेबाज भी शामिल
ऐसा नहीं है कि भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज मनोज प्रभाकर ही अपने नाम ऐसा रिकॉर्ड कर चुके है। इनके अलावा भी ऐसे कई खिलाड़ी है जिनके नाम भी ऐसा रिकॉर्ड दर्ज इनमें ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज कैलम फर्ग्युसन जिन्होंने 2009 में ऑस्ट्रेलिया की टीम में डेब्यू किया था। वहीं श्रीलंका के बल्लेबाज थिलन समरवीरा,इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी ज्योफरी बॉयकॉट और जिंबाब्वे के पूर्व बल्लेबाज डियोन इब्राहिम भी शामिल है। यह खिलाड़ी ऐसे है जो कभी भी अपने करियर में एक भी छक्का नहीं लगा पाए और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके है। बहरहाल इस रिकॉर्ड को कोई भी खिलाड़ी अपने नाम नहीं करना चाहेगा।