मंडप में दूल्हें को अकेला छोड़ सपना साकार करने निकली दूल्हन, सरकारी टीचर बनकर हुई विदा

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10 नवम्बर 2017 को आई बॉलिवुड फिल्म ‘शादी में जरूर आना’ कॉमे​डी और रोमांटिक से भरभूर थी इस फिल्म में राजकुमार राव और कृति खरबंदा रहती है​। फिल्म के बीच में ऐसा मोड़ आता है कि दूल्हन मंडप छोड़कर भाग जाती है। वहां मंडप छोड़कर इसलिए भागती है क्योंकि दूल्हे के घर वाले उसे नौकरी करने के लिए मना कर देते है, शादी से कुछ देर पहले ही उसका पीसीएस एक्जाम (PG Exam) के परिणाम आते है और उसमें वहां सफल हो जाती है। इसके बाद वहां अपनी बहन की मदद से घर छोड़कर भाग जाती है। ये तो फिल्मों में हुआ लेकिन एक रियल स्टोरी सामने आई है, जहां एक दूल्हन (Bride) ने पहले फेरे लिए मांग में अपने पति का सिंदूर भरा और नौकरी की काउंसलिंग में पहुंच गई । इसके बााद दूल्हन वापस घर आई और घर से सरकारी टीचर बनकर विदा हुई।

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सोशल मीडिया पर हर दिन छोटी बड़ी और दिलचस्प वाकया सामने आते है लेकिन अब एक घटना सामने आई है जिसने शादी में जरूर आना फिल्म ​की याद फिर से दिला दी। शादियों के ​सीजन में दूल्हे और दूल्हन (Bride and Groom) के मंडप छोड़कर भागने के कई मामले सामने आते रहते है। इस बार एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सबको हैरान कर दिया है। दरअसल ये मामला उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गोंडा जिले (Gonda district) से आया है, जहां रामनगर बाराबंकी में रहने वाली प्रज्ञा तिवारी (Pragya Tiwari) मंडप छोड़कर चली गई। चौंकिए नहीं मामला कुछ यूं है कि एक दूल्हन की मांग में पहले दूल्हे ने सिंदूर भरा उसके बाद शादी की आधी रस्मों को बीच में ही छोड़कर नौकरी की काउंसलिंग में पहुंच गई। इसके बाद प्रज्ञा तिवारी को सरकारी नौकरी मिल गई जिससे उसकी खुशी के ठिकाने नहीं रहे।

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प्रज्ञा ने पहले अपने जीवन साथी के साथ सात फेरों की रस्म पूरी की और अपने पति के द्वारा मांग में सिंदूर भरने के बाद वहां बीएसए ऑफिस के लिए निकल पड़ी। यहां पर काउंसलिंग का शेड्यूटल की तारीख तय थी इसलिए प्रज्ञा को शादी की रस्म को बीच में छोड़कर जाना ही पड़ा। मेहंदी रचे हाथों से अपने डॉक्यूमेंटस को संभाले प्रज्ञा लाइन में खड़ी दिखीं। प्रज्ञा ने अपने सारी डॉक्यूमेंटस को चेक करवाये तो उसकी किस्मत चमक गई।

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वहीं प्रज्ञा ने बताया कि शादी से ज्यादा उसका करियर बनाना मायने रखता है, इसलिए उसने बड़ा कदम उठाते हुए पहले काउंसलिंग के लिए पहुंचीं । इस दौरान दूल्हा और बाराती उसके आने का इंतजार करते रहे। कुछ समय बाद प्रज्ञा आ गई। इस समय प्रज्ञा के चेहरे पर खुशियां नहीं समा रही थी। लड़की के परिजनों ने उसे खुशी सरकारी शिक्षक के रूप में विदा किया। इस नजारे को जिसने भी देखा हर कोई प्रज्ञा की तारीफों के पुल बांध रहे थे।

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बता दें कि इस समय प्रज्ञा का गोंडा ​बेसिक शिक्षा विभाग में एक शिक्षक के रूप में नियुक्ति हुई है। वहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भी प्रज्ञा को बधाई दी। प्रज्ञा के इस तरह शादी से पहले अपने करियर बनाने की सोच समाज को कई तरह की सिख दे रही है। वहीं प्रज्ञा से जब इस मामले को लेकर बात की गई तो उसने बताया कि उसके लिए उसका पति बहुत की भाग्यशाली है क्योंकि उसकी शादी के दिन ही उसे शिक्षक के रूप में पहचान मिली है।

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बहरहाल जो भी हो लेकिन ये घटना इस समय सोशल मीडिया पर खुब वायरल हो रही है जिसमें लोग तरह तरह की प्रतिक्रिया दे रहे है। इस घटना के बाद प्रज्ञा ने भी लड़कियों के माता पिता से अपील की है कि अगर कोई लड़की पड़ना चाहे तो उसे पढ़ने ​दीजिए उसे भी अपने सपने साकार करने का पूरा अधिकार है। वहीं उसने अपनी सफलता के पीछे अपने माता—पिता का श्रेय बताया।


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