दुनिया में टैलेंट और काम की कमी नहीं है और कोई भी काम छोटा और बड़ा नहीं होता है अगर मेहनत और लगन से करो तो फिर दुनिया को भी मुट्ठी में भर सकते हो। आपने सफलता की कहानी तो कई सुनी और देखी होगी। लेकिन आज हम आपको जो बताने जा रहे है उसे देखकर आप हैरानी जरूर होगी लेकिन ये 100 प्रतिशत सही है। यूं तो सोशल मीडिया पर हर दिन कई वीडियो वायरल होते रहते है। लेकिन आज ऐसी कहानी सामने आई है जिसे पढ़ने के बाद शायद आपको यकीन नहीं होगा।
अगर हमारे देश में चाय बेचते हुए कोई प्रधानमंत्री बन जाये…प्यार में धोखा मिलने के बाद बेवफा चाय वाला बन जाये तो फिर चाय वाला करोड़ पति बन जाये तो हैरानी तो जरूर होगी। जी हां लेकिन ये सच है। हर माता पिता अपने बच्चों को पढ़ा लिखा कर या तो उन्हें आईएएस बनाने का सोचते या फिर आर्मी अफसर की। लेकिन मध्य प्रदेश के इन युवाओं की कहानी पढ़ने के बाद आप सोचने पर मजबूर हो जायेंगे।
माता पिता के साथ ही कुछ बच्चे सोचते है कि वहां पढ़ लिख कर सरकारी नौकरी करे और अपने माता पिता के साथ ही देश प्रदेश का नाम रोशन करें। लेकिन अनुभव दुबे और आनंद नायक ने जो कर दिखाया उसे देखने क बाद हर कोई हैरान है। ये कहानी अनुभव दुबे और आनंद नायक की ही है अनुभव दुबे जो अपनी पढ़ाई को पूरा कने के लिए इंदौर आया।
इंदौर आने से पहले उसका सपना था कि वहां एक सरकारी अफसर बनेगा, लेकिन इसी बीच उसकी मुलाकात आनंद नायक से हुई। लेकिन कुछ समय बाद आनंद अपने पढ़ाई को छोड़कर बिजनेस करने लगा और अनुभव यूपीएससी की तैयारी करने के लिए राजधानी दिल्ली पहुंच गया। दोनों ही अपने काम में व्यस्त थे, लेकिन एक दिन आनंद ने अनुभव को कॉल किया और उसे अपने बिजनेस के बारे में बताते हुए कहा कि बिजनेस अच्छा नहीं चल रहा है तो उन्हें कुछ करना होगा।
अनुभव और आनंद की सफलता की कहानी यहां नहीं थमी और उन्होंने काफी सोचने के बाद चाय का धंधा शुरू करने का विचार बनाया। क्योंकि इस देश में पानी के बाद सबसे ज्यादा पी जाती है तो वहां है चाय जिसकी चुस्कियां हर समय लोगों को हम लेते हुए देखते है। इसके बाद दोनों ने साल 2016 में इंदौर के एक गर्ल्स होस्टल के पास एक रूम किराए से लिया। इस बिजनेस को शुरू करने के लिए उन्हें 3 लाख की लागत लगी।
उन्होंने अपनी दुकान का नाम रखा ‘चाय सुट्टा बार’ वैसे सब कुछ इतना आसान नहीं था। काफी कुछ झेलना पड़ा। उनका धंधा तो शुरू हो गया लेनिक उन्हें परिवार से लेकर रिश्तेदार सब ताने देने लगी लेकि एक समय ऐसा आया कि उनका बिजनेस चल निकला और सबकी बोलती बंद हो गई। इसके इस दुकान पर पहली बार चाय पीने आने वाला व्यक्ति दोबारा दो और लोगों को लेकर आता था।
‘चाय सुट्टा बार’ सोशल मीडिया पर खूब फेमस हो गई। गजब तो है कि ये धंधा ऐसा चला कि उनकी कंपनी का टर्नओवर जानने के बाद कोई भी माता-पिता अपने बच्चे को चाय बेचने से तो नहीं रोकेगा! जब अनुभव और आनंद से उनकी सफलता और उनके बिजनेस के बारे में जाना तो उन्होंने कहा कि उनका सालाना टर्नओवर 100 करोड़ में होता है। इनके देशभर में करीब 165 आउटलेट्स है जो 15 राज्यों में फैली है। इस दुकान पर उनके पास 10 से लेकर 1ृ50 रुपये तक की चाय मिलती है।
बहरहाल जो भी हो लेकिन इस समय उनका टर्नओवर करोड़ों में है और उनकी सफलता की कहानी सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में है। ये कहानी और कोई नहीं बल्कि अनुभव और आनंद की है। जो इस समय सोशल मीडिया पर सुर्खिया बटोर रहे है।