आज हमारे बीच हमारी दिनचर्या में उपयोग होने वाले बहुत से प्रोडक्ट कैसे मौजूद है। जिनमें नजर आने वाली तस्वीरें रियल लाइफ से जुड़ी हुई है जी हां ऐसा ही नाम आता है। वाशिंग पाउडर निरमा में गोल गोल घूमती हुई दिखाई देने वाली सफेद कपड़ों में नजर आती हुई लड़की का, बता दें कि वॉशिंग पाउडर निरमा काफी पुराना ब्रांड है जिसे सभी द्वारा काफी उपयोग में लाया जाता है।
इस डिटर्जन पाउडर का उपयोग घर में मौजूद तमाम कपड़ों को धोने के लिए किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं इस वॉशिंग पाउडर निरमा की शुरुआत कहां से हुई और आखिर क्या कारण रहा कि इसके पैकिंग पर सफेद कपड़े पहने गोल-गोल घूमती हुई यह लड़की दिखाई देती है। जो इसकी शुरुआत से लेकर आज भी अपने ब्रांड का हिस्सा रही है। तो चलो इस आर्टिकल में हम आपको इस कंपनी के स्टार्टअप से लेकर इस लड़की के रहस्य से जुड़ी तमाम जानकारियां साझा करते हैं।
करसन भाई पटेल के पिता थे एक किसान
शुरुआती दौर में वाशिंग पाउडर निरमा की शुरुआत करने वाले करसन भाई पटेल ने बाजार में पहले से ही उपलब्ध यूनिलीवर के वचन पाउडर को कड़ी टक्कर देने के लिए अपने दाम काफी कम करती है जिसकी वजह से देखते ही देखते हैं उनका मार्केट पूरे हिंदुस्तान में काफी सफल रहा और उनका डिटर्जन पाउडर दूसरों की अपेक्षा लोगों को खासा पसंद आया। इस वजह से वे बहुत जल्द ही मार्केट में अपनी पकड़ बनाने में सफल रहे थे।
बता दें कि जिस समय हिंदुस्तान युनिलीवर द्वारा डिटर्जेंट पाउडर ₹13 किलो बेचा जाता था उस समय उन्होंने निरमा को केवल ₹3 प्रति किलो में बेचा। इतना ही नहीं उन्होंने इसके साथ लोगों का दिल जीतने के लिए उन्होंने उनका वॉशिंग पाउडर खरीदने वाले लोगों को ग्यारंटी भी दी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि पहले इस्तेमाल करें फिर विश्वास करें उनके इस कमिटमेंट के बाद उनका बिजनेस पहले की अपेक्षा और ज्यादा बड़ा हो गया लोग उनके ब्रांड पर विश्वास करने लगे और देखते ही देखते निरमा देश का बड़ा ब्रांड बन गया।
करसन भाई पटेल की बात की जाए तो उन्होंने रासायनिक शास्त्र में बीएससी की डिग्री हासिल की वह पढ़े लिखे थे और उन्हें अच्छा खासा नॉलेज भी था और शुरू से ही वे मन बना चुके थे कि उन्हें आगे चलकर बिजनेस ही करना है जॉब नहीं करना है। उन्होंने मात्र 21 साल की उम्र में काफी नालेज ले लिया था। इतना ही नहीं उन्होंने एक प्रयोगशाला में असिस्टेंट के तौर पर लंबे समय तक काम भी किया और भरपूर ना ले लिया उनका जीवन काफी खुश हाल चल रहा था। लेकिन अचानक हुए एक हादसे ने उनकी पूरी जिंदगी को बदल दिया।
इस हादसे ने बदल दी जिंदगी
बता दें कि करसन भाई पटेल की बेटी के अचानक एक दुर्घटना में निधन हो जाने के बाद उनकी जिंदगी पूरी तरीके से बदल गई। वह अपनी बेटी से काफी ज्यादा करीब थे और उन्हें अचानक इस तरह से छोटी उम्र में खो देने के बाद वे अंदर ही अंदर काफी ज्यादा टूट गए। लेकिन उन्होंने अपनी बेटी को हमेशा जिंदा रखने के लिए एक आईडिया निकाला और उनके नाम का ही डिटर्जेंट पाउडर मार्केट में लॉन्च करने का प्लान बनाया उनकी बेटी का नाम निरुपमा था। लेकिन ज्यादातर लोगों को या नाम समझ में नहीं आता था। इसलिए उन्होंने इस ब्रांड का नाम निरमा कर दिया।
करसन भाई अपने बेटी को हमेशा जिंदा रखने के लिए उनके नाम का ब्रांड चालू किया जो आज देशभर में काफी ज्यादा फेमस है। वे खुद भी यही चाहते थे कि उनकी बेटी देशभर में काफी ज्यादा फेमस हो जो कि उन्होंने कर दिखाया। बता दें कि उन्होंने इस ब्रांड की शुरुआत साल 1969 में की वे खुद रसायनिक शास्त्र से पढ़े हुए थे। इसलिए उनके लिए इस फार्मूला को तैयार करना ज्यादा कठिन काम नहीं था। जिस मकसद से उन्होंने इस ब्रांड की शुरुआत की उसमें वे काफी ज्यादा सफल रहे आज भी निरमा ब्रांड लोगों की जुबां पर बना हुआ रहता है।