महाराष्ट्र मंत्रालय का केबिन 602, जिसमें बैठने को तैयार नहीं है कोई भी मंत्री, आखिर क्यों ??

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महाराष्ट्र में लंबे समय तक चले सियासी ड्रामे के बाद शिवसेना के उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बन गए। सोमवार को महाराष्ट्र में आखिरकार उद्धव ठाकरे सरकार के पहले मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया। शिवसेना, कांग्रेस और N के कुल 36 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली। इसमें 25 कैबिनेट मंत्री, 10 राज्य मंत्री और एक मुख्यमंत्री ने शपथ ली। उद्धव ठाकरे सरकार में अजित पवार को डिप्टी सीएम का पद सौंपा गया है। अजित पवार ने डिप्टी सीएम के पद पर शपथ ली। वहीं इसके अलावा उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने कैबिनेट मंत्री पद के तौर पर शपथ ली। महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के बाद अब उद्धव सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की प्रक्रिया पूरी हो गई है। विस्तार की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जहां अब सभी मंत्रियों को प्रभार बांटने की तैयारी चल रही है, वहीं दूसरी और राज्य मंत्रालय के परिसर में सभी को ऑफिस देने का काम भी शुरू हो गया है। हालांकि मंत्रालय की छठी मंजिल पर एक केबिन ऐसा भी है जिसे कोई भी लेने के लिए राजी नहीं है। मंत्रालय के इस ऑफिस के बारे में कहा जाता है कि इस ऑफिस में बैठने वाला कोई भी शख्स अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सका है।

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अंग्रेजी अखबार मुंबई मिरर के अनुसार, मुख्यमंत्री के ऑफिस के ठीक सामने छठी मंजिल पर केबिन नंबर 602 है। लेकिन 3000 स्क्वायर फीट में फैले इस केबिन में कोई भी मंत्री बैठना नहीं चाहता है। पहले इस ऑफिस को महाराष्ट्र की सत्ता का पावर सेंटर माना जाता था। पहले यहां सीएम, सबसे सीनियर मंत्री और मुख्य सचिव बैठते थे। लेकिन अब हर कोई इसे लेने से कतराता है। इस बार भी इस केबिन को किसी को आवंटित नहीं किया गया है। वजह है अंधविश्वास। साल 2014 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद यह ऑफिस बीजेपी के बड़े नेता और तत्कालीन कैबिनेट मंत्री एकनाथ खडसे को दिया गया था। खडसे यहां से प्रदेश सरकार की कृषि, राजस्व और अल्पसंख्यक कल्याण विभागों का कामकाज संभालते थे। हालांकि अपने कार्यकाल के 2 साल बाद ही खडसे एक घोटाले में फंसे, जिसके बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। इसके कुछ वक्त बाद यह केबिन खाली रहा और फिर से नए कृषि मंत्री पांडुरंग फुंडकर को आवंटित कर दिया गया। फुंडकर के कामकाज संभालने के सिर्फ 2 साल के बाद मई 2018 में हार्ट अटैक के बाद मौत हो गई। इसके बाद से जून 2019 तक यह केबिन किसी को आवंटित नहीं हुआ।

सोमवार को हुए सरकार के वरिष्ठ मंत्री अजीत पवार जो कि कभी इस कार्यालय में काम कर चुके थे। उन्होंने भी इस ऑफिस को लेने से इंकार कर दिया। हालांकि राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने अफवाहों को नकारते हुए जरूर कहा कि नई सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद जल्द ही केबिन 602 को किसी मंत्री को आवंटित कर दिया जाएगा। विभाग के अधिकारियों ने कहा कि 43 मंत्रियों को ऑफिस दिए जाने हैं, ऐसे में मंत्रियों की रुचि के हिसाब से सभी को ऑफिस दिया जाएगा। 2019 में जब कृषि विभाग का प्रभार बीजेपी के नेता अनिल बोंडे को दिया गया तो वह इस ऑफिस को संभालने पहुंचे। हालांकि अफवाहों को जोर तब मिल गया, जब अनिल इस साल हुए विधानसभा चुनाव हार गए और महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार भी नहीं रही। इसके बाद महाराष्ट्र के महा विकास अघाड़ी की सरकार के किसी भी मंत्री को यह परिसर आवंटित नहीं हुआ।


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