Viral 1943 Fifth Class Exam Paper: टेक्नोलॉजी के इस दौर में शिक्षा प्राप्त करने का नजरिया भी लगातार बदलता जा रहा है। पहले जहां प्रेम पट्टी चला करती थी। उसकी जगह आज इस्मार्ट फोन स्मार्ट वॉच टैब लैपटॉप कंप्यूटर इन्होंने लेली है। पहले बमुश्किल छात्रों को कॉपी पुस्तक मिला करती थी लेकिन आज सब कुछ आसानी से प्राप्त हो जाता है।
आज के शिक्षा के स्तर और पुराने जमाने के शिक्षा के स्तर में काफी बदलाव देखने को मिलता है। ऐसे में सोशल मीडिया माध्यम पर पुराने समय से जुड़े शिक्षा के कई ऐसे सात वायरल होते रहते हैं जिन्हें देखकर लोगों के भी होश उड़ जाते हैं। बता दें कि पहले पेपर काफी ज्यादा कठिन हुआ करते थे, जिन्हें समझना हर किसी के लिए आसान नहीं हुआ करता था।
आज समय के साथ पढ़ाई काफी ज्यादा सरल हो चुकी है लेकिन पहले ऐसा नहीं था पहले हिंदी के अनुवाद करना ही काफी ज्यादा मुश्किल हो जाया करता था। लेकिन आज इतनी ज्यादा टेक्नोलॉजी मौजूद है कि हर चीज की आसानी से खोजबीन की जा सकती है। ऐसे में एक पांचवी कक्षा का पेपर सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा वायरल हो रहा है।
Look at the standard of #Class_V papers in the half yearly #examination in 1943-44 in #India. The #matric_system has made the system so easy! pic.twitter.com/kMYoP2fgnL
— Badri Lal Swarnkar IAS (Retired) (@BLSwarnkar2) May 2, 2023
वायरल पेपर साल 1943 का बताया जा रहा है, जिसमें ऐसे सवाल पूछे गए हैं कि इसे सॉल्व करना हर किसी के लिए काफी ज्यादा कठिन हो रहा है। वैसे तो आज भी क्वेश्चन पेपर कठिन ही आते हैं। लेकिन यहां पेपर कुछ ज्यादा ही कठिन लोगों को लग रहा है, जिस पर लोगों की काफी ज्यादा प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
बता दें कि 5वीं कक्षा की अर्द्धवाषिक परीक्षा का यह पेपर इतना ज्यादा कठिन है कि इसे कॉमर्स से कॉलेज पास आउट एक्सपर्ट्स भी हल नहीं कर पा रहे हैं उन्हें भी है सवाल काफी ज्यादा कठिन लग रहे हैं। इतना ही नहीं यह पेपर इसी कारण से सोशल मीडिया पर छाया हुआ है जो कि 80 साल पुराना है। यह पेपर आज की तरह ढाई घंटे के समय के साथ छपा हुआ है, जिसमें पासिंग मार्क्स 33 रखे गए हैं यह पेपर 100 नंबर का है।
इस 5वीं कक्षा के पेपर को आईएएस ऑफिसर बद्री लाल स्वर्णकार द्वारा शेयर किया गया है जो कि सोशल मीडिया पर जबरदस्त तरीके से वायरल हो रहा है, जिसे देखकर लोग भी काफी ज्यादा हैरान है स्टूडेंट के साथ ही जाने-माने शिक्षक भी इस पेपर को देख कर काफी ज्यादा कंफ्यूज हो रहे हैं, क्योंकि इसमें सवाल ही कुछ इस तरह के पूछे गए हैं, जिसका लेवल आज के समय के अनुसार कठिन माना जा रहा है।