मध्यप्रदेश में विकास कार्य काफी तेजी से चल रहा है प्रदेश को और भी ज्यादा गति प्रदान करने के लिए एक के बाद एक कई बड़े निर्माण किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं निर्माण के लिए प्रदेश की सरकार की जमकर तारीफ भी हो रही है। वहीं इस दौरान इंजीनियरिंग का भी शानदार कमाल देखने को मिल रहा है। प्रदेश में मोहनिया टनल का भी निर्माण किया जा रहा है। जिसमें इंजीनियरिंग की जमकर तारीफ की जा रही है। क्योंकि इस कार्य को समय से 8 महीने पहले ही पूरा कर लिया जाएगा।
लेकिन आज हम प्रदेश में बनने वाले देश के सबसे लंबे फ्लाईओवर ब्रिज के बारे में बात करने जा रहे हैं। जिसके निर्माण के लिए तकरीबन 600 से ज्यादा खंभों का निर्माण किया जाना है। जिसका कार्य तेजी से प्रकृति पर चल रहा है। बता दें कि मध्यप्रदेश में कटनी ग्रेड सेपरेटर का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है जिसमें ओवरब्रिज का निर्माण किया जाना है। इस कार्य में अब तक 170 के लगभग खंभों को तैयार कर दिया गया है वहीं इसके लिए पूरे 676 खंभों का निर्माण किया जाना है।
इस कार्य को साल 2023 तक पूरा करना है जिस पर धड़ल्ले से मालगाड़ी का आवागमन देखने को मिलेगा। वहीं झलवारा कटंगी इलाके में भी बड़ी मात्रा में खंभों के निर्माण का कार्य चालू कर दिया गया है। जिन्हें जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ कटनी के मुड़वारा स्टेशन पर बनने वाले ब्रिज का कार्य भी तेजी से प्रगति पर है जिसे भी जल्द ही पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। अब इस ब्रिज निर्माण की बात की जाए तो इसे कटनी से झलवारा रेलवे से होते हुए दमोह रेलवे लाइन के मझगांव स्टेशन के लिए बनाया जा रहा है।
इस बीच के निर्माण की लंबाई की बात की जाए तो यह तकरीबन 34.9 किलोमीटर का होने वाला है। वहीं डाउन लाइन में इसकी लंबाई 18.1 किलोमीटर रहेगी। अप में इसकी लंबाई 16.8 किलोमीटर रखी गई है, तो वहीं 3.5 किलोमीटर की रिटेनिंग वॉल का निर्माण कटंगी, मझगवां,झलवारा और मुड़वारा स्टेशन के पास होना है। नहीं उसके साथ एक नए रेलवे स्टेशन का भी निर्माण किया जाना है। इस रेलवे लाइन की खासियत या होने वाली है कि इसे उड़ता हुआ जंक्शन भी कहा जा रहा है।
इतना ही नहीं इसमें ज्यादातर निर्माण ब्रिज के ऊपर ही किए जाना है। ब्रिज बनने के बाद एक अद्भुत ओवर ब्रिज होने वाला है। इसमे आरओबी में पड़रिया फाटक और बिमरौल नदी के पास जंक्शन स्थापित किए जाएंगे। यह देश में होने वाला अब तक का सबसे बड़ा निर्माण कहा जा रहा है जिसमें एक ओवरब्रिज को बनाने के लिए 600 से ज्यादा खंभों का निर्माण किया जाना है जिसकी लागत भी करोड़ों रुपए में आंकी जा रही है। इसकी प्लानिंग 2018 में शुरू की गई थी वहीं 2020 से इसका निर्माण कार्य चालू किया गया।