कांग्रेस के नेता और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की गुरूवार ( 20 अगस्त, 2020 ) को 19वीं पुण्यतिथि थी, इस मौके पर कांग्रेस नेताओं ने राजीव गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की, इस बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने भी राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर उनकी तस्वीर पर माला पहनाकर श्रद्धांजलि अर्पित की, उद्धव ने श्रद्धांजलि इसलिए अर्पित की क्योंकि कांग्रेस के सहारे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे हैं।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देकर अपनें पिता बाला साहेब ठाकरे का अपमान किया, उनके वसूलों को चोट पहुंचाने का कार्य किया, ये हम नहीं बल्कि सोशल मीडिया पर हिन्दू हृदय सम्राट बाला साहेब ठाकरे का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है जो इस बात की गवाही दे रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में साफ़-साफ़ सुना जा सकता है जिसमें स्वर्गीय बाला साहेब ठाकरे कह रहे हैं कि मैं अपनी शिवसेना को कांग्रेस नहीं होने दूंगा, कभी नहीं होने दूंगा। वीडियो में बाला साहेब कहते हैं अगर मुझे लगेगा कि शिवसेना कांग्रेस हो रही है तो मैं दुकान बंद ( पार्टी को ही समाप्त कर दूंगा ) कर दूंगा।
समय का चक्र ऐसा घूमा की सब कुछ पलट गया, अगर बाल ठाकरे आज जिन्दा होते तो वो अपने इस बयान पर शर्मिंदा होते, क्यूंकि सत्ता के लालच के में उनका बेटा उद्धव ठाकरे न सिर्फ कांग्रेस से हाथ मिलाया बल्कि अब राजीव गांधी को श्रद्धांजलि दे रहे हैं जो इससे पहले कभी नहीं हुआ था।
आखिर क्या रही उद्धव की मज़बूरी
जानकारों का कहना है कि उद्धव ठाकरे अगर राजीव गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि न देते तो सोनिया गांधी के नाराज होनें की संभावनाएं बढ़ जाती, अगर सोनिया गांधी नाराज हो जाती तो हो सकता था उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से हाथ भी धोना पड़ सकता था, इसलिए उद्धव ठाकरे ने अपनें पिता बाल ठाकरे के वसूलों को चोट पहुंचाकर सत्ता में बने रहना मुनासिब समझा और राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर उनकी तस्वीर पर माला पहनाकर श्रद्धांजलि अर्पित किया।
आपको बता दें कि जब बाला साहेब ठाकरे ज़िंदा था तब उन्होनें कहा था कि सोनिया गांधी के चरणों में हिंजड़े झुकते है, इस बयान को भी नजरअंदाज करते हुए उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस से हाथ मिला लिया था और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन गए।