नरेंद्र मोदी की पहचान भारत के प्रधानमंत्री और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में जानी जाती है। देश की सेवा के लिए मोदी ने कम उम्र में ही घर-परिवार त्याग दिया था। 1971 में वे R.S.S. के कार्यकर्ता बन गए। 1975 में देश में आपातकाल के दौरान मोदी को छिपने के लिए मजबूर होना पड़ा। R.S.S. ने 1985 में बीजेपी को सौंपा 2001 तक कई पदों पर रहे और महासचिव पद तक बढ़ गए। केशुभाई पटेल के खराब स्वास्थ्य व पार्टी की खराब छवि की वजह से भुज में आए भूकंप के बाद मोदी को 2001 में गुजरात का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया। जब वे 8 साल के थे तभी R.S.S. में सम्मिलित हो गए थे। हाईस्कूल परीक्षा पास करने के बाद मोदी घर छोड़ कर चले गए इसका मुख्य कारण उनकी शादी थी। महज13 साल की उम्र में उनकी शादी 18 वर्ष की जसोदाबेन के साथ हो गई थी।
जब मोदी हिंदू आश्रम की यात्रा और 2 साल की भारत की यात्रा शुरू कर रहे थे तब अपनी पत्नी से अलग हो गए। मोदी R.S.S के प्रचारक बने रहे इसके लिए उन्होंने अपनी शादी को गुप्त रखा।उन्होंने 2014 के आम चुनाव के लिए जब अपना नामांकन दाखिल किया तो पहली बार अपनी पत्नी के रूप में जसोदाबेन का नाम सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया। इस समय जशोदाबेन अपने मायके गुजरात की ब्राह्मणवारा गांव में एक जर्जर मकान में रहती हैं। यहां वह अपने परिवार के साथ सादगी पूर्ण जीवन व्यतीत कर रही है। जशोदाबेन शिक्षक से रिटायर होने के बाद मात्र ₹14000 की पेंशन में अपना जीवन यापन कर रही है। मोदी के खिलाफ जशोदाबेन कोई बात सुनना पसंद नहीं
करती। उनकी फोटो हमेशा साथ रखती है। जशोदाबेन को मोदी बरसों पूर्व अपनी पत्नी के रूप में त्याग चुके हैं, फिर भी जशोदाबेन मोदी को अपने पति के रूप में मानती है।
जब एक इंटरव्यू में पूछा गया, “उनका और मोदी का कभी झगड़ा हुआ, तो उन्होंने कहा हमारे बीच कभी झगड़ा नहीं हुआ। हमारी शादी 3 साल चली जिसमें हम सिर्फ 3 दिन साथ रहें। जब भी मैं ससुराल जाती मोदी वहां नहीं होते। धीरे-धीरे उन्होंने घर आना बंद कर दिया, बाद में मैंने ससुराल जाना बंद कर दिया। जब जशोदाबेन से पूछा गया क्या आपने दूसरी शादी नहीं की इस पर उन्होंने बताया कि, “पहली शादी का अनुभव ऐसा मिला था कि उसे दिल से स्वीकार नहीं किया जा रहा था। इस वजह से दूसरी शादी का ख्याल दिल में नहीं आया। जब भी उनसे पूछा जाता है कि वह कानूनी रूप से मोदी की पत्नी है तब हर बार उनका नाम लिया जाता है, तो वहां मेरा भी जिक्र होता है। यदि मैं उनकी पत्नी नहीं होती तो मुझसे बात नहीं करते।
2014 में हुए लोकसभा चुनाव के समय जशोदाबेन ने एक इंटरव्यू दिया। उस इंटरव्यू में मोदी से अपने रिश्ते को लेकर खुलकर बात की उस समय उन्होंने कहा मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे।18साल की उम्र में मोदी के साथ शादी हो गई थी, इस कारण अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी। मोदी चाहते थे कि जशोदाबेन अपनी पढ़ाई को जारी रखे। मोदी से अलग होने के बाद दोनों के बीच कभी संपर्क नहीं रहा।