EV Charging Technique : ITM Gidda Gorakhpur के छात्रों का नवाचार इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग को एक नया दिशा देने वाला है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इससे सड़कों पर चलते-चलते इलेक्ट्रिक वाहन चार्ज हो जाएंगे। इससे उन्हें किसी जगह पर खड़ा करके चार्ज करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
जानिए क्या है नई EV Charging Technique
आपको बता दे कि इस प्रोजेक्ट को गोरखपुर आईटीएम गिडा के कंप्यूटर साइंस के छात्र अविनाश और आकाश पाल के द्वारा तैयार किया गया है। अविनाश ने कहा कि इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन टेक्नोलॉजी की मदद से सड़कों पर बने रोड डिवाइडर से इलेक्ट्रिक गाड़ियों को चलते-चलते चार्ज करेंगे।
उन्होंने कहा कि इस इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन को रोड डिवाइडर के भविष्य को देखकर डिजाइन किया गया है। अविनाश ने आगे कहा कि स्मार्ट इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन रोड डिवाइडर के अंदर इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन से जुड़कर काम करेगा।
इनके तालमेल से इलेक्ट्रिक करंट जनरेट होने लगेगा लेकिन यह करंट सिर्फ उन्हें इलेक्ट्रिक वाहनों में करंट ट्रांसमिट करेगी जिन वाहनों में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रिसीवर चिप लगा हो। यह चीप इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी से जुड़ा होगा और जैसे ही इलेक्ट्रिक वाहन डिवाइडर से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक करंट के संपर्क में आ जाएगा इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी का चार्जिंग चिप एक्टिव हो जाएगा और बैटरी आसानी से चार्ज हो जाएगी।
बिना बैटरी के दौड़ेंगे व्हीकल
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उन्होंने यह भी कहा कि इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रिसीवर चिप सोलर से भी काम करेगा और इससे बिजली की बचत होगी। सिर्फ इतना ही नहीं इलेक्ट्रिक वाहन के मोटर से इसे कनेक्ट कर दिया जाएगा और छोटे इलेक्ट्रिक गाड़ी बिना बैटरी के भी चल पाएगी।
आईटीएम के निदेशक डॉक्टर एनके सिंह ने बताया कि इन छात्रों ने कॉलेज के इनोवेशन सेल में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन रोड डिवाइडर प्रोजेक्ट को बनाया है। बता दे कि भविष्य में इलेक्ट्रिकल वहां को खड़ा कर चार्ज नहीं करना होगा। इलेक्ट्रिक गाड़ियां सड़क पर चलते-चलते अपने आप चार्ज हो जाएगी।