आपने अक्सर सुना होगा कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता बस उसे करने के लिए आपके अंदर जुनून होना चाहिए। आज हम इस आर्टिकल में एक ऐसे शख्स के बारे में बात करने जा रहे हैं जिन्होंने कुछ ऐसा काम किया है। जिसे करने के लिए इंसान को हजारों बार सोचना पड़ता है। जी हां आपने आयुष्मान खुराना की फिल्म विक्की डोनर तो देखी ही होगी जिसमें वह किस तरह से अपने स्पर्म डोनेट करते हुए नजर आते हैं। लेकिन यहां थी फिल्मों की बात आज हम आपको रियल लाइफ के स्पर्म डोनर के बारे में बताने जा रहे हैं।
दरअसल, हाल ही में ह्यूमन ऑफ बॉम्बे ने एक ऐसे इंसान की स्टोरी कवर की है जो रियल लाइफ में अपने स्पर्म डोनेट करते हैं और वहां यहां काम कई दफा कर भी चुके हैं। इतना ही नहीं अपने इस काम के लिए उन्होंने अपनी बात खुलकर सब के सामने रखी है। बता दें कि हम जिस शख्स की बात करने जा रहे हैं वे मूल रूप से गोवा के रहने वाले हैं। उन्होंने एक पोस्ट के माध्यम से अपनी पूरी जर्नी के बारे में विस्तार से लिखा है तो चलो आपको बताते हैं कि कैसे वे स्पर्म डोनर बने।
वे बताते हैं कि उन्हें इस बारे में पहले कोई भी जानकारी नहीं थी कि इस तरह से इस पर भी डोनेट किए जाते हैं लेकिन 2 साल पहले उनके एक दोस्त का उनके पास कॉल आया जो कि पैसे से एक डॉक्टर है और उसी ने ही उन्हें इस बारे में जानकारी दी। इतना ही नहीं उनके क्लीनिक पर आए कुछ पेसेंट भी आये थे जिन्हें स्पर्म की आवश्यकता थी ऐसे में डॉक्टर ने अपने दोस्त से इसके बारे में चर्चा की। लेकिन जब मैंने पहली बार अपने दोस्त की बात सुनी तो मैं काफी ज्यादा हैरान रह गया क्योंकि यह सुनने में ही काफी अजीब लगता है।
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इतना ही नहीं उन्होंने लिखा है कि उन्होंने भी आयुष्मान खुराना की फिल्म विकी डोनर देखी है लेकिन वह यह बात को अच्छी तरीके से जानते हैं कि यह एक फिल्म है। रियल लाइफ में ऐसा किसी के लिए भी कर पाना इतना आसान नहीं लेकिन अपने डॉक्टर दोस्त की बात को सुनकर और जरूरतमंद लोगों को देखते हुए उन्होंने स्पर्म डोनेट करने के लिए हां कर दी। लेकिन इसके बाद ही मन में कई तरह के सवाल चल रहे थे कि आने वाला बच्चा हुबहू किस की तरह दिखने वाला है ऐसे में डॉक्टर ने उन्हें पूरी जानकारी दी।
इतना कुछ होने के बाद और सब जानकारी लेने के बाद भी मन में कई तरह के सवाल चल रहे थे जिसके कारण रात भर नींद नहीं आई लेकिन जब दूसरे दिन स्पर्म डोनेट करने पहुंचे तो उस दौरान भी काफी सारी समस्याओं का सामना करना पड़ा। लेकिन जैसे तैसे हिम्मत जुटा ते हुए तुम डोनेट किए और उसे एक नर्स के हवाले कर दिया। इस तरह का काम करने के बाद मुझे 1500 रुपए मिले लेकिन अंदर से यहां खुशी थी कि मेरी वजह से एक कपल को माता-पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त होगा यह मेरे लिए काफी अच्छी बात थी वही स्पर्म डोनेट करने के कुछ समय बाद ही उन्हें जानकारी दी गई कि उनके द्वारा डोनेट किए गए इस स्पर्म से महिला प्रेगनेंट हो गई है।
आगे बताते हैं कि आज भी खुद एक बच्चे के पिता है और उन्होंने अपने इस जर्नी के बारे में अपनी पत्नी को भी सब बातें खुलकर बताइए वही उनके द्वारा किए जाने वाले इस कार्य को लेकर उनकी पत्नी ने भी उनकी सराहना की है। स्पर्म डोनेट करने वाले शख्स की कहानी आपको काफी हद तक इंस्पायर करने का काम करती है। आज भी अपने इस काम को काफी अच्छा समझते हैं क्योंकि उनकी वजह से कई लोगों के चेहरे पर खुशियां आई है।