इस भारतीय जवान ने निभाया अपना फर्ज, 150 भारतीयों को तालिबानियों के कब्जे से किया आजाद

Follow Us
Share on

तालिबान ने 20 साल बाद फिर से अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है। जिसके बाद अफगानिस्तान की हालत बहुत ही खराब हो चुकी है। लाखो लोगो को अपने भविष्य को लेकर चिंता सता रही है। हर तरफ अफरा–तफरी मची हुई है। जब से अमेरिकी सैनिक वापिस लौट चुके है उसके बाद से ही लाखो लोग भी वहो से वापिस लौटना चाहते है। जबसे अफगानिस्तान में ये आतंक फैला है उसके बाद से ही वहां की बड़ी बड़ी हस्तियां दुनिया के आगे मदद की गुहार लगा रही है।

New WAP

Ravikant Gautam 1

इसी बीच अफगानिस्तान में फंसे लोगों के लिए भारत के कई लोग उन्हें निकालने की जदोहद में लगे हुए है। ऐसे में इन लोगों की मदद के लिए भारतीय फरिस्ता सामने आया है। ये मध्यप्रदेश का रविकांत गौतम है जिन्होंने अपने दम पर भारतीयों को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से सुरक्षित एयरलिफ्ट किया है।

वैसे तो काबुल में फंसे कई लोग सुरक्षा की गुहार लगा रहे थे जिन्हें सुरक्षित निकालने में सबसे अहम भूमिका ​रविकांत गौतम ने निभाई है इन्होंने करीब 150 भारतीयों को सुरक्षित अफगानि​स्तान से भारत लेकर आए है। बता दें कि रविकांत गौतम मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के रहने वाले है। भारत सरकार ने अफगानिस्तान में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने की जिम्मेदारी आइटीबीपी के कमांडो को दी थी।

New WAP

Ravikant-Gautam
Photo Source: ANI

इनमें कमांडेंट रविकांत गौतम ने काबुल में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका​ निभाई थी। इन्होंने काबूल में फंसे करीब 150 भारतीय लोगों को सुरक्षित एयरलिप्ट किया था। रविकांत की इस सफलता के बाद उन्हें भारत सरकार के साथ ही लोगों ने कई तरह के माध्यम से बधाई दी थी।

वहीं इस समय रविकांत गौतम को सोशल मीडिया के माध्यम से खूब बधाई मिल रही है। रविकांत ने इन भारतीयों को सुरक्षित हिंडन एयरपोर्ट पर लौटे हैं। वहीं इसको लेकर मीडिया ने जब उनसे इस बारे में बात की तो उनका कहना था कि काबूल के हालात बहुत ही खराब थे। इस दौरान आलम ये था कि उन्होंने ना दो रात से बिल्कुल कुछ खाया बल्कि सोए भी नहीं थे।

इसके साथ ही रविकांत ने काबूल में हुए हमले की जो जानकारी दी वहां बहुत की भयानक थी। उन्होंने कहा कि ताकत तो नहीं थी, लेकिन फर्ज सामने होता है तो ताकत खुद ब खुद मिल जाती है। यही कारण है कि आज सभी लोग वापस अपने देश आ गए हैं। रविकांत गौतम बीते करीब एक साल से वहां तैनात थे। यहां प्रतिदिन स्थिति खराब होती जा रही है। आइटीबीपी की टीम ने सभी को वहां से सुरक्षित बचा लिया है।

वहीं कमांडेंट रविकांत का ये भी कहना है कि उन्होंने अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों की भारत सरकार ने हमेशा ही मदद की है और हमेशा से ही उनके साथ खड़ी है। इसी के साथ ही उन्होंने बताया कि काबुल से विमान के उड़ने में भी भीड़ काफी हद तक अड़चन बन गई थी, लेकिन वायुसेनाने जैसे—तैसे​ विमान को सुरक्षित उतार लिया। रविकांत के इस कारनामें के बाद ना​ सिर्फ भारत को गर्व है बल्कि उनके परिवार को भी नाज है।

इसी के साथ ही कुछ जवानों ने काबुल की तस्वीरों को अपने शब्दों से बयां करते हुए बताया कि तालिबानियों ने काबुल एयरपोर्ट को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया है। यहां पर आलम ये है कि स्कूल, कॉलेज, बाजार, जिम सब जगह सिर्फ और सिर्फ तालिबानियों ने कब्जा जमा लिया है। इस जगह सिर्फ बुर्के की दुकानें खुली हुई नजर आ रही है। यहां की स्थिति बद से बदतर हो गई है।


Share on