भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) ने आईपीएस अधिकारी संपत कुमार (IPS Sampat Kumar) के खिलाफ मद्रास हाई कोर्ट (Madras High Court) में अपराधिक अवमानना याचिका दायर की थी। आईपीएस अधिकारी संपत कुमार आईपीएल 2013 मैच फिक्सिंग और सट्टेबाजी मामले के जांच अधिकारी रहे हैं। जांच के दौरान उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी के खिलाफ टिप्पणी की थी कि वह मैच फिक्सिंग और सट्टेबाजी मामले से जुड़े हुए हैं।
आईपीएस अधिकारी संपत कुमार के उपरोक्त बयान पर महेंद्र सिंह धोनी ने आईपीएस अधिकारी संपर्क कुमार पर 100 करोड़ रुपए के मुआवजे की मांग की है। जस्टिस एम.सुंदर और के.गोविंदराजन थिलाकावदी ने दोनों के प्रतिनिधित्व करने वाले वकीलों से कहा है कि अदालत हर गुरुवार को अवमानना मामलों की सुनवाई करती है इसलिए इस मामले की सुनवाई भी 15 जून को होगी।
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वर्ष 2013 में IPL पर लगा था दाग
महेंद्र सिंह धोनी ने आईपीएस अधिकारी संपत कुमार के खिलाफ आईपीएल सट्टेबाजी में उनका नाम लेने के लिए लिखित बयान दर्ज कराते हुए दंडित करने की मांग की है। आईपीएल 2013 में सट्टेबाजी और मैच फिक्सिंग की खबरों ने इस टूर्नामेंट पर दाग लगा दिया था जिसके चलते 2016 और 2017 में कई खिलाड़ियों को फ्रेंचाइजी द्वारा बैन कर दिया गया था। चेन्नई सुपर किंग्स पर भी इस दौरान बैन लगा दिया गया था और बैन हटने के बाद चेन्नई ने एमएस धोनी की कप्तानी में जोरदार वापसी भी की थी।
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कुछ दिनों पहले ही महेंद्र सिंह धोनी ने एक बार फिर आईपीएल 2023 में सबसे सफल और बेहतरीन कप्तान होने के साथ चेन्नई सुपर किंग्स को विजेता बनाया है। वर्ष 2022 में चेन्नई 9 वें स्थान पर रही थी लेकिन इस वर्ष चेन्नई सुपर किंग्स ने जबरदस्त वापसी की और पांचवा खिताब अपने नाम किया है। लीग मैच में चेन्नई दूसरे स्थान पर रही थी और 17 अंक थे। फिर पहले क्वालीफायर में गुजरात टाइटंस को हराकर फाइनल में पहुंची थी। एक बार फिर फाइनल में महेंद्र सिंह धोनी का मुकाबला हार्दिक पंड्या की गुजरात टाइटन से हुआ और गुजरात टाइटंस को करारी हार का सामना करना पड़ा।