कोटा में बच्चों की मौत पर प्रियंका गाँधी ‘बेनकाब’: UP में राजनीति व राजस्थान में चुप्पी

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राजस्थान के कोटा जिले के जेके लोन अस्पताल में दिसंबर के अंतिम 2 दिन में कम से कम 9 और शिशुओं की मौत हो गई। इसके साथ ही बीते दिसंबर महीने में अस्पताल में मरने वाले शिशुओं की संख्या 100 हो गई है। इस मामले पर अब राजनीति भी तेज हो गई और विपक्षी दल सरकार पर निशाना साध रहे हैं। वहीं, बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस की महासचिव प्रियंका वाड्रा पर नाम लिए बिना हमला बोला है। मायावती ने कहा कि इस मामले पर कांग्रेस नेताओं, खासकर महिला महासचिव की चुप्पी दु:खद है।

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CMअशोक गहलोत और उसकी सरकार उदासीन मायावती
कोटा में बच्चों की मौत के मामले पर बसपा प्रमुख मायावती ने CM अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा, “कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा जिले में हाल ही में लगभग 100 मासूम बच्चों की मौत से माताओं की गोद उजड़ना अति दु:खद व दर्दनाक है, तो भी वहां के CM अशोक गहलोत स्वयं व उनकी सरकार इसके प्रति अभी भी उदासीन, असंवेदनशील व गैर जिम्मेदार बने हुए हैं, जो अति निंदनीय है।”

प्रियंका गांधी का चुप्पी साधे रखना दु:खद
वहीं, बसपा प्रमुख ने प्रियंका गांधी पर भी निशाना साधा और कहा, “उससे भी ज्यादा अति दु:खद है कि कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व व खासकर महिला महासचिव कि इस मामले में चुप्पी साधे रखना।अच्छा होता कि वह UP की तरह उन गरीब माताओं से भी जाकर मिलती, जिनकी गोद केवल उनकी पार्टी की सरकार की लापरवाही आदि के कारण उजड़ गई है।” योगी आदित्यनाथ ने इस मामले पर सोनिया और प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, “कोटा में करीब 100 मासूमों की मौत बेहद दु:खद और हृदय विदारक है। माताओं की गोद उजड़ना सभ्य समाज, मानवीय मूल्यों और संवेदनाओं पर धब्बा है। अत्यंत क्षोभ है कि कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका वाड्रा महिला होकर भी माताओं का दु:ख नहीं समझ पा रही है।”

उन्होंने लिखा, “राजस्थान में कांग्रेस सरकार, वहां के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की उदासीनता और असंवेदनशीलता व गैर जिम्मेदाराना रवैया और इस मामले में चुप्पी साधे रहना मन दु:खी कर देने वाला है। अपने तीसरे ट्वीट में योगी ने लिखा, प्रियंका गांधी वाड्रा अगर UP में राजनीतिक नौटंकी करने की बजाय उन माताओं से जाकर मिलती, जिनकी गोद केवल उनकी पार्टी की सरकार की लापरवाही की वजह से सूनी हो गई है तो उन परिवारों को कुछ सांत्वना मिलती।”

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UP की जनता ऐसी कोरी नाटक बाजी से रहे सतर्क
मायावती ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “यदि कांग्रेस की महिला राष्ट्रीय महासचिव राजस्थान के कोटा में जाकर मृतक बच्चों की ‘मांओं’ से नहीं मिलती हैं तो यहां अभी तक किसी भी मामले में UP पीड़ितों के परिवार से मिलना केवल राजनीतिक स्वार्थ और कोरी नाटक बाजी ही मानी जाएगी, जिससे UP की जनता को सतर्क रहना होगा।”

अस्पताल परिसर के भीतर सुअर घूमते पाए गए
अस्पताल के अधीक्षक के अनुसार अधिकतर शिशुओं की मौत मुख्यतः जन्म के समय कम वजन के कारण हुई। मंगलवार को लॉकेट चटर्जी, कांता कर्दम और जसकौर मीणा समेत BJP सांसदों के एक संसदीय दल ने अस्पताल का दौरा कर उसकी हालत पर चिंता जताई थी। दल ने कहा है कि एक ही बेड पर दो तीन बच्चे थे और अस्पताल में पर्याप्त नर्सिंग स्टाॅफ भी नहीं है। इससे पहले राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने राज्य की कांग्रेस सरकार को नोटिस जारी किया था। आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कहा था, “अस्पताल के भीतर सुअर घूमते पाए गए।” राजस्थान सरकार की एक समिति ने कहा कि शिशुओं का सही इलाज किया जा रहा है। आपको बता दें कि बीते 23-24 दिसंबर को 48 घंटे के भीतर अस्पताल में 10 शिशुओं की मौत को लेकर काफी हंगामा हुआ था। हालांकि, अस्पताल के अधिकारियों ने कहा था कि यहां 2018 में 1,005 शिशुओं की मौत हुई थी और 2019 में उससे कम मोंतें हुए हैं।


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