Everest Masala Story : जानिए कैसे दुकान में मसाला बेचने से शुरू हुआ कारोबार पंहुचा 65 देशों में, अब हर साल बिकते हैं 400 करोड़ पैकेट

Follow Us
Share on

Everest Masala Story : कहां जाता है कि इंसान कोशिश करें तो कोई काम मुश्किल नहीं होता। साउथ मुंबई में एक लड़का अपने पिता की 200 स्क्वायर फीट की मसाले की दुकानों पर काम करता था और उसे लड़के का नाम वाडीलाल शाह था। इस लड़के ने मसाले की दुकान पर मसाला बेचते बेचते ध्यान दिया कि महिलाएं जब भी मसाला खरीदनी है तो वह किसी विशेष कांबिनेशन का ध्यान नहीं रखती है। तब इस लड़के के दिमाग में आया कि क्यों नहीं ऐसा कॉन्बिनेशन मसाला का तैयार किया जाए जिसका स्वाद हमेशा एक जैसा रहे और इस पर काम करते-करते इस लड़के ने मसाला का एक ऐसा ब्रांड तैयार किया जो इसे पूरी दुनिया में मसाले का बादशाह बना दिया।

New WAP

वाडीलाल शाह ने जो ब्रांड बनाया उसका नाम एवरेस्ट मसाला (Everest Masala Story) है। देश दुनिया में नाम कमाने वाला एवरेस्ट मसाला ऐसे ही तैयार नहीं हुआ बल्कि इसको काबिलियत की ऊंचाई तक पहुंचाने के लिए वाडीलाल शाह ने काफी मेहनत किया। आज इस कंपनी का सालाना टर्नओवर 25000 करोड रुपए से अधिक हो चुका है। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो हर साल इसके 400 करोड़ पैकेट बिक जाते हैं। जानते हैं कैसे वाडीलाल सनी अपने दुकान को कंपनी में तब्दील कर दिया।

अपने ग्राहकों से ही लिया मसाले का रेसिपी

वाडीलाल शाह की दुकान पर जो महिलाएं मसाला लेने आई थी, वाडीलाल महिलाओं से अलग-अलग मसाले की रेसिपी पूछते थे और रेसिपी जानने के बाद वाडीलाल खुद से मसाले का ब्लेड करने में ज्यादा समय बिताया करते थे। उनका मकसद था कि हर बार मसाले का वही अरोमा और फ्लेवर निकलकर सामने आए। उन्होंने कई बार मेहनत किया लेकिन हर बार फेल हुए लेकिन अंतत एक कांबिनेशन मिल गया। 1967 में वाडीलाल शाह ने एक कंपनी बना ली जिसका नाम एवरेस्ट स्पाइसेज रखा गया।

Also Read : नूरजहां आम ने MP के किसान को बनाया लखपति पुश्तैनी बगीचे में उगाये अद्भुत आम, पढ़े इस किसान की कहानी

New WAP

वाडीलाल सनी केसरी मिल्क मसाला तैयार किया और अपने पिताजी के दुकान पर ही इसे बेचना शुरू किया। लोगों को यह मसला बेहद पसंद आया इसके बाद उन्होंने चाय मसाला बनाया और फिर गरम मसाला भी लॉन्च कर दिया और धीरे-धीरे उनका बिजनेस बढ़ने लगा।

उनके बिजनेस में एक कमी थी और वह यह थी कि उनका मसाला केवल एक ही दुकान पर बिक रहा था। इसके बाद वाडीलाल सनी अलग-अलग हिस्सों में ट्रैवलिंग की और कई तरह के मसाले के बारे में जानकारी हासिल की।

1982 में शुरू हुई पहली फैक्ट्री

1980 में उन्होंने एक बड़ा कदम उठाने का फैसला लिया। 1982 में वाडीलाल सनी अपनी पहली फैक्ट्री लगा दी और यह फैक्ट्री मुंबई के विक्रोली में लगाई गई। वाडीलाल के डीलरों की एक मीटिंग बुलाई जिसका नाम रखा गया एवरेस्ट की यादगार रात। 1983 तक एवरेस्ट देश के कई हिस्सों में पहुंच गई।

उसे समय अखबार और मैगजीन का जमाना था लेकिन एवरेस्ट (Everest Masala Story) पहली ऐसी कंपनी बनी जिसने मसाले के लिए टेलीविजन विज्ञापन तैयार करवाया। दूरदर्शन पर जब इसके विज्ञापन आए तो इसने बड़े मुकाम हासिल किया। उसे समय विज्ञापन के वजह से 1 लाख चाय मसाला की पैकेट बिक गए। 90% ग्राहकों ने इस बार-बार खरीद।

धीरे-धीरे वाडीलाल शाह का मसाला देश दुनिया में पहुंचने लगा और लोगों का इस पर भरोसा बढ़ने लगा। उसके बाद यह मसला कई तरह के अन्य प्रोडक्ट्स भी बनाने लगा और अब इसके पास 45 से अधिक स्पाइस के बड़ी रेंज है और साथ ही यह सांभर मसाला और अन्य मसाला भी भेजता है।

देश-विदेश सभी जगह पसंद आये मसाले

अमिताभ बच्चन ने जब इस मसाला का ऐड किया तो इसके ऊपर अमिताभ का जादू चला और इसके बिजनेस में और भी ज्यादा बढ़ोतरी होने लगी। धीरे-धीरे देश के साथ विदेश में भी यह मसला बिकने लगा और लोगों को यह मसला पसंद आने लगा। 2017 तक एवरेस्ट मसाला ने 1500 करोड़ की सेल की। 2021 तक कंपनी ने 2000 करोड़ के पास सेल कर लिया और फिलहाल इसकी सेल 2600 करोड़ है। इसका प्रचार करने अमिताभ बच्चन और शाहरुख खान आते हैं।

Also Read : बेहद खूबसूरत है राधिका मरचेंट की बड़ी बहन अंजलि मर्चेंट मजीठिया, पिता की तरह है बड़ी बिजनेसमैन

इस मसले को कामयाबी की बुलंदियों तक पहुंचने वाले वाडीलाल शाह ने 21 अगस्त 2020 को दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके मृत्यु के चार दिन के बाद उनकी पत्नी हीरा बेन भी कोरोना के वजह से गुजर गई। वाडीलाल शाहजहां नगर की गुजरात के रहने वाले थे और लोग उन्हें प्यार से वाटिकाका का कर बुलाते थे।


Share on