Kalashtami Vrat 2024 : हर महीने कृष्ण पक्ष के अष्टमी को कालाष्टमी मनाई जाती है। पौष महीने में कालाष्टमी 4 जनवरी को मनाई जाएगी। भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव देव के विशेष पूजा अर्चना की जाती है। कहा जाता है कि इस दिन अगर भगवान शिव की विधि विधान से पूजा की जाएगी तो मृत्यु लोक में भी स्वर्ग के समान सुखों की प्राप्ति होती है।
इस दिन पूरे विधि विधान से पूजा करने से आपकी शारीरिक और मानसिक कष्टों से मुक्ति मिलती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बालव कारण समेत कई अद्भुत संयोग इस साल कालअष्टमी पर बना रहे हैं। शिव किस दिन आपको विशेष कृपा पानी है तो शुभ मुहूर्त में पूरे विभिन्न विधान से पूजा करना होगा।
जानिए Kalashtami Vrat 2024 के शुभ मुहूर्त
ज्योतिष शास्त्र की माने तो कालाष्टमी तिथि पर बालव कलव और तैतील करण का निर्माण हो रहा है। बालाव करण योग सुबह 8:59 तक रहेगा उसके बाद 10:04 तक कौलव करण योग शुरू हो जाएगा और अंत में तैतील योग बनेगा। बता दे कि इस दिन भगवान शिव की पूजा निशा कल में करनी चाहिए और कौलव करण में भगवान शिव की पूजा करने से साधक को विशेष फल मिलती है।
आप अगर अपनी सोई हुई किस्मत जागना चाहते हैं तो आपको इस दिन पूरे विधि विधान से भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। भगवान शिव की विशेष तरह से पूजा करने से आपको लाभ मिलेगा और आपकी किस्मत में आने वाली परेशानियां दूर हो जाएगी।
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जाने सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
- सूर्योदय – सुबह 07 बजकर 15 मिनट पर
- सूर्यास्त – शाम 05 बजकर 37 मिनट पर
- चन्द्रोदय- देर रात 01 बजकर 02 मिनट पर
- चंद्रास्त- दोपहर 12 बजकर 11 मिनट पर
पंचांग
- ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 05 बजकर 25 मिनट से 06 बजकर 20 मिनट तक
- विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 10 मिनट से 02 बजकर 51 मिनट तक
- गोधूलि मुहूर्त – शाम 05 बजकर 34 मिनट से 06 बजकर 02 मिनट तक
- निशिता मुहूर्त – रात्रि 11 बजकर 59 मिनट से 12 बजकर 53 मिनट तक