खेलों के महाकुंभ टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन 2021 में बहुत शानदार रहा। इस बार सभी खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए भारत को कई मेडल दिलाए है। इसके साथ ही रोमांचक प्रदर्शन करते हुए लोगों का मनोरंजन किया और उन्हें निराश नहीं होने दिया। वहीं टोक्यो ओलंपिक में रवि दहिया जिन्होंने शानदार प्रदर्शन के बल पर देश का नाम रोशन किया है। इन्होंने भारत को सिल्वर मैडल दिलाया है।
बता दें कि भारत के इस जांबाज खिलाड़ी रवि दहिया ने अपने दमदार खेल की बदौलत भारत का नाम रोशन करते हुए सिल्वर मैडल जीता है। सिल्वर जीतने उनका सम्मान लोगों ने अपने अपने तरीके से किया है। किसी ने फूल माला से तो किसी ने प्रोत्साहन राशि देकर किया है, लेकिन दिल्ली सरकार ने अनोखे अंदाज में सम्मानित किया है। दिल्ली सरकार ने जो रवि का सम्मान किया है उससे बढ़कर किसी खिलाड़ी के लिए कोई सम्मान नहीं है।
दरअसल रवि ने जिस सरकारी स्कूल से पढ़ाई की थी, दिल्ली सरकार ने उसका नाम बदलकर रवि दहिया बाल विद्यालय कर दिया है। इतना बड़ा सम्मान किसी खिलाड़ी के लिए एक गर्व की बात है। और बड़ी बात यह है कि इसी शासकीय विद्यालय में रवि ने अपनी पूरी पढ़ाई की थी।
वैसे तो दिल्ली भारत की राजधानी है और इसे मायानगरी के नाम से भी जाना जाता है। वहीं अगर दिल्ली में क्राइम की बात करें तो यहां हर दिन बढ़ोतरी देखी जाती है। वहीं अब दिल्ली सरकार खेलों को प्रोत्साहन करते हुए खेलों का केंद्र बनाने की तैयारी कर रही है। दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने रवि दहिया ने सम्मान दिया है और उसे कहा कि दहिया शासकीय स्कूल में पढ़ने वाले रवि दहिया आज अपनी मेहनत की वजह से देश के लिए यूवा आइकॉन बन चुके है।
वहीं ओलंपिक जीतने के बाद रवि दहिया की खुशियां नहीं समाई। उन्होंने कहा कि ओलम्पिक से मैडल लाने में दिल्ली सरकार ने बहुत मदद की है। दिल्ली सरकार उनकी मदद तब से कर रही है जब वे ओलंपिक के लिए चयनित भी नहीं हुए थे। जब देश में कोरोना के कारण सब जगह लॉकडाउन था, तब भी दिल्ली सरकार ने मेरी ट्रेनिंग नहीं रुकने दी और इस विद्यालय में रवि दहिया की एक बड़ी तस्वीर भी लगाई है। जिसे देखकर बच्चों के मन में आत्मविश्वास बढ़ सके और मेहनत के आगे कुछ भी असंभव नहीं है इससे प्रेरित हो सके।
साथ शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार राजधानी में खेल को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार स्पोर्ट्स के लिए अलग स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस और स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी शुरू करने जा रही है। जिससे प्रतिभावान बच्चों को एक नई दिशा मिलेगी और प्रतिभावान बच्चों को उच्च श्रेणी की ट्रेनिंग देकर उन्हें ओलंपिक के लिए तैयार करेंगे।
दिल्ली सरकार खिलाड़ियों को प्रोशन करने के लिए मिशन एक्सीलेंस नई योजना लेकर आई है। खेलों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों की मदद के लिए 3 स्तर पर स्कीम शुरू की है। पहले स्तर पर 14 साल तक के खिलाडियों को 2 लाख, दूसरे स्तर पर 17 साल तक के खिलाडियों को 3 लाख और तीसरे स्तर पर 17 साल से बड़े खिलाडियों को उनके प्रशिक्षण के दौरान 16 लाख रुपये तक की सहायता राशि दी जाती है जिससे खिलाड़ियों को बेहतरीन ट्रेनिंग मिल सके और देश का झंडा विदेशों तक गाड़ कर आएं।
बता दें कि दिल्ली सरकार ने खेलों में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों की मदद को लेकर अलग—अलग स्तर पर काम किया है। दिल्ली सरकार ने 3 स्तर की स्कीम में काम शुरू किया है। जिसमें करीब 14 साल तक के खिलाड़ियों को लेकर 2 लाख तो वहीं 17 साल के खिलाड़ियों को 3 लाख वहीं तीसरे स्तर में बड़े खिलाड़ियों को करीब 16 लाख रुपये तक की सहायता राशि दी गई है। वहीं इसके अंदर ही खिलाड़ियों को ट्रैनिंग दी जाती है।