हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अनेकों देवी-देवताओं की पूजा जाता है पूर्वजों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार लगभग 33 करोड़ देवी देवताओं को हिंदू लोगों द्वारा हर मौके पर पूजा जाता है आज बहुत सही स्थान ऐसे भी मौजूद है जहां भगवान के अस्तित्व को लेकर बातें की जाती है ऐसा ही नाम आता है हिमालय का जहां भगवान शिव के होने की बात सदियों से चलती आ रही है।
लेकिन आज हम इस आर्टिकल में आपको एक ऐसे पर्वत के बारे में बताने जा रहे हैं। जहां की आकृति ‘ऊ’ रूप में बनी हुई है और यहां पर वक्त काफी विशाल है। हर साल बर्फबारी के दौरान यहां पर ‘ऊ’ की आकृति बन जाती है। इसकी फोटो और वीडियो भी मौजूद है। इतना ही नहीं यहां पर भी भगवान शिव के होने की बात कही जाती है।
इस स्थान को लेकर यह भी कहा जाता है कि यहां पर ओम की आवाज में भी आती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यहां पर्वत भारत-तिब्बत की सीमा पर स्थित है। लेकिन यहां कुदरती रूप से बनने वाले ‘ऊ’ के लिए ज्यादा जाना जाता है। इस पूरे पर्वत पर ही इस तरह की आकृति बन जाती है। जानकारों का कहना है कि हिमालय पर्वत पर भी ओम के आकार के आठ आकृतियां मौजूद है।
लेकिन अभी तक इसकी खोज नहीं हो पाई है लेकिन इस पर्वत पर ओम की आकृति हर साल दिखाई देती है जिसकी कई तस्वीरें और वीडियो मौजूद है। समुद्र तट से इस ओम पर्वत की ऊंचाई 6191 मीटर है। पर्वत पर बनने वाले कुदरती रूप से ‘ऊ’ के आकार को लेकर कहा जाता है कि यहां भगवान का ही चमत्कार है जो यह संकेत देता है कि वे यहां मौजूद है।
इस पर्वत को लेकर कई तरह की बातें भी सामने निकल कर आई है। यहां से गुजरने वाले कई यात्रियों का कहना है कि यहां से लगातार सुनाई देती ऊं की ध्वनि लेकिन इसको लेकर रिसर्च करने वालों का कहना है कि यह सब बर्फ गिरने से होता है। ज्यादा जानकारी के लिए बता दें कि यह पर्वत साल 1981 में संज्ञान में आया था।