मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने गुरुवार को प्रेस-कॉन्फ्रेंस करके दावा किया था कि रिपब्लिक टीवी ने पैसे देकर टीआरपी खरीदी है, पुलिस कमिश्नर ने सीधे तौर पर रिपब्लिक टीवी को आरोपी मानते हुए कहा कि चैनल ने 500-500 रूपये देकर टीआरपी बढ़ाई।
मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह भड़ाना के इन दावों से वो लाखों-करोड़ों लोग परेशान हैं जो रिपब्लिक भारत के नियमित दर्शक हैं, कुछ लोग तो सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं कि हमारे घर में भी रिपब्लिक देखा जाता है लेकिन पैसा तो नहीं मिलता है, परमबीर सिंह की प्रेस-कॉन्फ्रेंस के बाद उनका जमकर मजाक उड़ाया जा रहा है.
लोगों का कहना है कि जो रिपब्लिक भारत के दर्शक हैं और उन्हें 500 रूपये अभी तक नहीं मिल तो वो मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह से सम्पर्क करें।
BARC ने टीआरपी हेरफेर की हमें शिकायत दी
आपको बता दें कि मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने कहा कि BARC ने टीआरपी हेरफेर की हमें शिकायत दी उसके बाद हमनें इन्वेस्टिगेशन की, जिसमें पता चला है कि रिपब्लिक टीवी समेत दो मराठी चैनलों ने पैसे देकर टीआरपी बढ़वाई है, हालाँकि BARC ने जो शिकायत दी है उसमें रिपब्लिक नहीं बल्कि इंडिया टुडे का नाम लिखा है। इस तरह से परमबीर के झूठ की पोल खुल गई.
पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह के आरोपों के बाद रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी ने बयान जारी किया है, अर्नब का कहना है कि मुंबई पुलिस कमिश्नर की तरफ से लगाए गए सभी आरोप सरासर झूठे हैं. इसके अलावा अर्नब ने परमवीर सिंह के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करने की बात कही है।
अर्नब ने कहा कि ‘रिपब्लिक को निशाना बनाया जा रहा है। उद्धव को भारत के लोग जवाब देंगे। सुशांत के लिए और लड़ूंगा, लोग मेरे साथ हैं।’ मैं पालघर के लिए, सुशांत के लिए, हाथरस के लिए लड़ता रहूंगा। केस करना है तो करिए। एक पत्रकार को डराने की कोशिश कर रहे हैं ये लोग।