देश के बड़े बिजनेसमैन मुकेश अंबानी इन दिनों अपने बेटे आकाश अंबानी का राजतिलक करने के बाद से ही काफी ज्यादा चर्चाओं का विषय बने हुए हैं। बता दें कि उन्होंने अपनी कंपनी की जिम्मेदारी अपने बेटे आकाश अंबानी को सौंप दी है। लेकिन कंपनी की जिम्मेदारी सौंपने के बाद ही रिलायंस ग्रुप को एक बड़ा झटका लग गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जिस दिन का मुकेश अंबानी बरसों से इंतजार कर रहे थे वह मिनटों में ही चूर हो गया है।
दरअसल, मुकेश अंबानी ने चेन बूट्स को खरीदने के लिए प्राइवेट इक्विटी ग्रुप अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट इंक के साथ मिलकर 6.3 अरब डॉलर की काफी बड़ी बोली लगाई थी लेकिन इसके बाद भी उन्हें इस कंपनी को खरीदने का मौका नहीं मिल पाया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह ब्रिटेन की सबसे बड़ी फार्मेसी चेन बूट्स है। इसे खरीदने का सपना मुकेश अंबानी पिछले काफी समय से देख रहे थे यदि यह कंपनी इन के नाम हो जाती तो विदेश में उनका यह सबसे बड़ा कारोबार को सबसे बड़ा इन्वेस्टमेंट होता।
लेकिन मुकेश अंबानी और अपोलो ग्रुप के लाख कोशिशों के बाद भी उनकी बोली काम नहीं कर पाई और उनके ऑफर को रिजेक्ट कर दिया गया है। गौरतलब है कि वॉलग्रींस बूट्स अलायंस द्वारा अपोलो और मुकेश अंबानी की रिलायंस का ऑफर ठुकरा दिया। इसके पीछे का कारण बताया जा रहा है कि हाल ही में ग्लोबल फाइनेंशियल मार्केट्स में आए बड़े चेंजर के चलते कंपनी ने अब इसके मालिकाना हक में किसी भी तरह का बदलाव करने से इंकार कर दिया है इस वजह से अपोलो रिलायंस का सपना अधूरा रह गया हैं।
जबकि चेन बूट्स को खरीदने के लिए अपोलो और रिलायंस द्वारा 6.3 अरब डॉलर की काफी बड़ी और मोटी बोली लगाई गई थी। बताया जाता है कि के लिए वॉलग्रींस ने तकरीबन 8.8 अरब डॉलर मांग रखी थी। आपको जानकर हैरानी होगी कि बूट्स का ब्रिटिश में काफी बड़ा कारोबार है उनके पास फार्मेसी, हेल्थ और ब्यूटी के 2200 से ज्यादा बड़े स्टोर मौजूद है। ऐसे में यदि रिलायंस ग्रुप की यह डील जम जाती तो यहां उनके लिए सबसे बड़ा फायदे का सौदा होने वाली थी।