क्रिकेट के महाकुंभ कहे जाने वाले आईपीएल के लिए खिलाड़ियों की नीलामी हो चुकी है बता दें कि दुनिया भर के कई दिग्गज कलाकारों को 10 टीमों द्वारा खरीदा गया इस दौरान कई जाने-माने चेहरे और कई उभरते हुए क्रिकेटरों के चेहरे पर मुस्कान देखने को मिली तो इस मेगा ऑक्शन में बहुत से नामी क्रिकेटर हो कि बोली लगाने वाला तक नहीं मिला। बता दें कि जल्द ही क्रिकेट के दीवानों को आईपीएल का 15वां सीजन देखने को मिलने वाला है।

इस बार आईपीएल में 8 की जगह 10 टीम रहेगी। नीलामी के दौरान उभरते हुए खिलाड़ी में क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर को भी मुंबई इंडियंस द्वारा खरीदा गया बता दें कि वह पहले ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं जिसमें उनके पिता भी खेल चुके हैं और अब वह अपने पिता की जगह लेने के लिए मुंबई इंडियंस के साथ में हैं। नीलामी के दौरान अर्जुन तेंदुलकर को 30 लाख रुपए में मुंबई इंडियंस द्वारा खरीदा गया।
हर माता-पिता का सपना होता है कि उसका बेटा बड़ा होकर ऐसा काम करेगी उन्हें गर्व हो। अर्जुन तेंदुलकर भी अपने पिता के नक्शे कदम पर चल पड़े हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं सचिन तेंदुलकर अपने बेटे का मैच देखना नहीं चाहते इसके पीछे की वजह बताते हैं उनका कहना है कि वह नहीं चाहते हैं कि उनका बेटा अपने पिता को मैदान पर देख कर अपने आप को होपलेस महसूस करें वे चाहते हैं।

अर्जुन तेंदुलकर को आजादी के साथ मैच खेलने का मौका मिले। वह अपने अनुसार ही अपना खेल खेले। अर्जुन तेंदुलकर लेफ्ट आर्म बॉलर है। अपने अच्छे प्रदर्शन के साथ मुंबई इंडियंस में ऑलराउंडर की भूमिका निभा सकते हैं फिलहाल तो पर मुंबई रणजी ट्रॉफी खेल रहे हैं। अपने बेटे के मैच नहीं देखने को लेकर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि कुछ कहा है उन्होंने कहा है कि यदि मैं मैदान पर मौजूद रहूंगा तो वहां अपने खेल पर उतना ध्यान नहीं दे पाएगा।
इसलिए में चाहता हूं कि वह अपना खेल पूरी आजादी के साथ खेले और अपनी टीम का सपोर्ट करें और पूरी आजादी के साथ अपने खेल पर ध्यान दें, उन्होंने यह भी बात कहि है कि यदि वे मैच देखने जाएंगे तो भी वे अर्जुन का मैच उन्हें बिना बताए ही देखेंगे। ताकि वह पूरा फोकस अपने खेल पर ही रख सके सचिन ने अपने बेटे के खेल को लेकर बताया कि वह क्रिकेट में बाद में आया इससे पहले वह फुटबॉल और शतरंज में काफी ध्यान लगाता था।

इतना ही नहीं उन्होंने इस बात की भी जानकारी साझा की है कि उन्होंने अपने बच्चे का क्रिकेट सुधारने के लिए जमकर प्रैक्टिस करवाई है और इंग्लैंड में उन्हें प्रशिक्षण मिला है इतना ही नहीं उन्होंने इंग्लैंड के कई बड़े बल्लेबाजों के सामने अपनी गेंदबाजी की है। अर्जुन ने भी अपने पिता की तरह अपना खेल सुधारने के लिए जमकर पसीना बहाया है।