रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच इस भारतीय छात्र ने वो कर दिखाया, जिसे पूरी दुनिया में कोई नहीं कर सका

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दुनिया भर में आज रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे महायुद्ध की चर्चाएं चल रही है बता दें कि यह युद्ध बीते 1 महीने से लगातार चलता आ रहा है और उसकी तरफ से एक के बाद एक यूक्रेन पर बड़ी कार्रवाई की जा रही है। अब तक यूक्रेन की आधी से ज्यादा आबादी शहर छोड़कर जा चुकी है। बता दें कि इस कार्रवाई के बाद बेरोजगार और बेघर हुए लोगों की मदद के लिए दुनिया भर से बड़ी मात्रा में चंदा दिया जा रहा है। जिससे जो मदद हो रही है वहां इन लोगों के लिए कर रहा है।

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ऐसे में अब हाल ही में भारतीय मूल के एक 15 वर्षीय छात्र ने ऐसा ऐप लॉक कर दिया है जिसके बारे में जानकर आपको भी काफी गर्व महसूस होगा। जहां एक और 15 वर्ष की आयु में बच्चे 12वीं कक्षा की तैयारी करते हुए दिखाई देते हैं। ऐसे में इस बच्चे ने ऐसा ऐप बनाया है। जो कि यूक्रेन से विस्थापित हुए लोगों को सुरक्षित स्थान और सहारा देने के लिए काफी ज्यादा कामगर साबित होगा। इस बच्चे ने यहां एक यूक्रेन से विस्थापित हुए लोगों की बड़े स्तर पर सहायता करने के लिए तैयार किया है।

बता दें कि इस ऐप को बनाने वाले बच्चे का नाम तेजस रविशंकर है। जो सिकोइया इंडिया के प्रबंध निदेशक जीवी रविशंकर के बेटे हैं। तेजस की बात की जाए तो वह मूल रूप से सॉफ्टवेयर डेवलपिंग का काम करते हैं। इस ऐप के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया है कि उन्हें इसे बनाने में मेहक 15 दिनों का समय लगा। तेजस ने ऐप को गूगल प्ले स्टोर पर भी अपलोड कर दिया हैं। इतना ही नहीं इस एप्लीकेशन का नाम उन्होंने ‘Refuge रखा है।

अपने इस एप्लीकेशन के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया है कि इस एप्लीकेशन की मदद से उन बेसहारा लोगों को सहारा मिल सकेगा। जो रूस युद्ध के दौरान अपने घर से विस्थापित हो चुके हैं। यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां से आसानी से लोगों को सहायता प्राप्त हो सकेगी। 15 वर्षीय तेजस ने अपनी एप्लीकेशन की मदद से यूक्रेन से हुए विस्थापित लोगों को दूसरे देशों में जोड़ने की कोशिश की है जिसमें यह एप्लीकेशन बड़ी कारगर साबित होगी।

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इस एप्लीकेशन की विशेषता के बारे में बात की जाए तो

  • इस एप्लीकेशन की मदद से शरणार्थियों को अपने आस पास सहायता स्थान खोजने में सहायता आसानी से मिल जाएगी तो किस में पूरा नक्शा दिया हुआ है।
  • इसके साथ ही तेजस द्वारा अपनी इस एप्लीकेशन में नेशनल आईडी-बेस्ड वेरिफिकेशन सुविधाएं, भोजन, दवाइयों से लेकर रहने के लिए सुरक्षित स्थान तक की जानकारी मुहैया करवाई गई हैं। इस एप्लीकेशन पूरी सूची तैयार की गई है।
  • इस एप्लीकेशन की सहायता से किसी भी व्यक्ति को सहायता की जरूरत होगी तो वहां डबल क्लिक करते हो आसानी से उसे प्राप्त कर सकेगा इतने ही नहीं किया एप्लीकेशन 12 भाषाओं को सपोर्ट करता है।

रूस यूक्रेन युद्ध के दौरान मीडिया रिपोर्ट की मानें तो तकरीबन 10 मिलियन लोग अपने शहर को छोड़ कर जा चुके हैं। अभी भी बहुत से लोग यूक्रेन मौजूद है लेकिन युद्ध की घोषणा तक ही 3.5 मिलियन लोग शहर छोड़ चुके थे लेकिन युद्ध के बाद 6.5 मिलियन लोग और अपना देश छोड़ चुके हैं। तेजस की उपलब्धि को लेकर उनके पिता ने ट्वीट करते हुए कहा है कि ऐसे ही बढ़ते रहो @XtremeDevX’ युवा पीढ़ी को और भी ताकत दे दी जाए।


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