बॉलीवुड इंडस्ट्री की जानी-मानी कोरियोग्राफर सरोज खान की जो आज हमारे बीच नहीं है। उन्होंने साल 2020 में इस दुनिया को अलविदा कह दिया। लेकिन हिंदी सिनेमा में दिए गए उनके हम योगदान के लिए हमेशा उन्हें याद किया जाएगा। सरोज खान अपने काम को लेकर काफी ज्यादा एक्टिव रहा करती थी खबरों की मानें तो उन्होंने अपने करियर में कभी भी छुट्टी नहीं ली। इतना ही नहीं सरोज खान और कोरियोग्राफर में से आती है जिन्होंने अपनी मेहनत और अपने काम के दम पर बड़ी पहचान बनाई है।
बता दें कि सरोज खान ने अपने करियर 2,000 से ज्यादा गानों को पकोरियोग्राफर किया है। यही कारण है कि आज भी उन्हें उनके एवं योगदान के लिए हर मौके पर याद किया जाता है। बॉलीवुड इंडस्ट्री की बड़ी कोरियोग्राफर रही है। उन्हें ‘The Mother Of Choreography In India’ तमगा भी मिल चुका है। आज सरोज खान की जितनी बात की जाए उतनी ही कम है। लेकिन आज हम उनके जीवन से जुड़ा एक ऐसा किस्सा आपके साथ में बयां करने जा रहे हैं । जिससे आप शायद ही अवगत हुए होंगे।
बहुत कम लोग ही इस बात को जानते हैं कि सरोज खान है मुस्लिम धर्म को अपनाया था लेकिन इस बात से आपकी बहुत से लोग अनजान है कि आखिरकार उन्होंने मुस्लिम धर्म क्यों अपनाया चलो आपको इस आर्टिकल के माध्यम से हम बताते हैं कि सरोज खान कि मुस्लिम धर्म अपनाने के पीछे क्या कारण रहे थे। इस बात को तो सभी जानते हैं कि सरोज खान ने 13 साल की उम्र में शादी कर ली थी उन्होंने अपने से बड़े सोहनलाल से शादी की थी। बताया जाता है कि सोहनलाल उनसे तकरीबन 30 साल बड़े थे।
एक पाकिस्तानी चैनल को दिए इंटरव्यू (Old Interview) के दौरान सरोज खान ने अपने जीवन से जुड़ी धर्म परिवर्तन की जानकारी देते हुए बताया था कि शादी से पहले वे हिंदू लड़की थी और उनका पूरा नाम सरोज किशन चंद साधू सिंह नागपाल था। वे एक पंजाबी हिंदी परिवार से संबंध रखती थी। वही विभाजन के दौरान सरोज खान ने यह भी बताया था कि जब भारत और पाकिस्तान का विभाजन हुआ था उस समय वे भारत आए थे और उसी समय उन्होंने अपना धर्म परिवर्तन कर दिया था।
सरोज खान ने अपने इंटरव्यू के दौरान इस बात का भी खंडन किया है कि उन्होंने अपने पति के बाद अंदर में परिवर्तन किया जबकि उन्होंने इस बात की जानकारी देते हुए कहा है कि उन्होंने किसी के दबाव में आकर मुस्लिम धर्म नहीं अपनाया है उन्होंने अपने अनुसार हिंदू मुस्लिम धर्म को अपनाया है। सरोज खान अपने काम के प्रति इतनी ज्यादा एक्टिव रहा करती थी कि उन्होंने अपनी 8 महीने की बेटी को दफनाने के बाद सीधे काम पर जाने के लिए ट्रेन पकड़ ली थी।
सरोज खान अपनी कोरियोग्राफी के साथ ही अपनी लव लाइफ को लेकर भी खूब सुर्खियां बटोरी है। इतना ही नहीं उनके इस तरह धर्म परिवर्तन करने के बाद भी उनके ऊपर कई तरह के सवाल खड़े हुए थे। इंटरव्यू के दौरान ही सरोज खान ने इस बात का भी खुलासा किया था कि उन्होंने इस्लाम धर्म से जुड़े छोटे बच्चों को तालीम करते हुए देखा और अपने धर्म के प्रति लगाव को देखते हुए उन्होंने इस्लाम को अपनाने का मन बनाया।
इतना ही नहीं सरोज खान ने यह भी बताया कि उन्हें अक्सर सपने आया करते थे जिसमें एक लड़की ने अपनी मां बताती थी। इतना ही नहीं आ सपना उन्हें अक्सर आया करता था जो मस्जिद के अंदर से उन्हें पुकारा करती थी। वही इस तरह की घटना बार-बार सरोज खान ने मुस्लिम धर्म अपनाने का मन बना लिया और बाद में उन्होंने इस्लाम धर्म को कबूल कर लिया।