हिंदी सिनेमा जगत बेशक समय के साथ काफी आगे बढ़ गया है। लेकिन आज भी दर्शकों के दिल और दिमाग में गुजरे जमाने के अभिनेता और अभिनेत्रियों की ही छवि बसी हुई है। हिंदी सिनेमा जगत में कई सुपरस्टार हैं। जिन्हें लेकर कई किस्से आज भी मशहूर है। आज भी पुराने जमाने के कलाकारों को लेकर कई ऐसे किस्से मशहूर हैं जिन्हें सुनकर लोग आज भी हैरान हो जाते हैं।
आज फिल्म इंडस्ट्री में अपना नाम बना चुके एक्टर मिथुन चक्रवर्ती को एक वक्त में अपने काले रंग की वजह से खूब ताने सुनने पड़े थे। अभिनेताओं से लेकर कई फिल्म निर्माताओं तक ने उनका एक बार नहीं बल्कि कई बार दिल तोड़ा था। आज हम बॉलीवुड के दो दिग्गज सुपरस्टार जितेंद्र और मिथुन चक्रवर्ती से जुड़े ऐसे किस्से बताने जा रहे हैं। जिसे जान आपको भी पता लगेगा कि एक कलाकार के लिए अपने सपनों को पूरा करना इतना आसान नहीं होता।
मिथुन चक्रवर्ती जब बॉलीवुड में काम पाने के लिए स्ट्रगल कर रहे थे। तब उनका रंग काफी काला हुआ करता था। उस समय काम मांगते हुए वह एक फिल्म निर्माता के ऑफिस जा पहुंचे। जहां पहले से ही जितेंद्र मौजूद थे। जब जितेंद्र को पता चला कि मिथुन फिल्मों में काम मांगने के लिए आए हैं। तब उन्होंने मिथुन के काले रंग का मजाक उड़ाते हुए कहा कि, “अगर इस काले को हीरो के लिए फिल्म मिल जाए मैं मुंबई छोड़ दूंगा।” जैसे ही यह बात मिथुन ने सुनी वह काफी दुखी हुए और नीचे गर्दन कर के वहां से चले गए।
यह किस्सा उस समय का है। जब फिरोज खान बॉलीवुड के चमकते सितारे बन चुके थे और मिथुन चक्रवर्ती काम के लिए स्ट्रगल कर रहे थे। फिरोज खान एक पापुलर एक्टर ही नहीं बल्कि एक मशहूर फिल्म प्रोड्यूसर भी थे। यही वजह थी कि वह अपनी फिल्मों में कास्टिंग बड़ी ही सोच समझकर करते थे। उस वक्त फिरोज खान “कुर्बानी” फिल्म बना रहे थे और वह उस किरदार के लिए बड़ा ही दमदार किरदार ढूंढ रहे थे।
फिल्म “कुर्बानी” के लिए फिरोज खान की पहली पसंद अमिताभ बच्चन थे, लेकिन इस फिल्म को करने से अमिताभ बच्चन ने साफ मना कर दिया था। यह जानकर फिरोज काफ़ी दुखी हुए थे। इस फिल्म के दौरान ही वह मिथुन चक्रवर्ती से मिले थे। इस दौरान फिरोज ने मिथुन की ओर देखा और उन्हें देखते ही कहा कि, “वह हीरो नहीं बल्कि विलेन बनने तक लायक नहीं है।” यह बात सुनते ही मिथुन चक्रवर्ती का दिल टूट गया और बिना कुछ कहे वह वहां से निकल गए।
जब मिथुन काम मांगने के लिए फिल्म मेकर मनमोहन देसाई के ऑफिस पहुंचे थे। वहां मिथुन ने मनमोहन से कहा कि उन्हें फिल्म में कोई छोटा सा रोल दे दो। तो उन्होंने काफी लंबे समय तक मिथुन को देखा और फिर उनके हाथ में ₹10 का नोट थमाते हुए वहां से जाने को कहा। मिथुन चक्रवर्ती को यह देखकर बहुत बुरा लगा।लेकिन इन परिस्थितियों के बावजूद भी उन्होंने हीरो बनने का सपना नहीं छोड़ा।
मिथुन चक्रवर्ती के काले रंग के चलते उनका हीरो बनने का सफर इतना आसान नहीं था। मिथुन चक्रवर्ती फिल्म इंडस्ट्री में काम करने के लिए सड़कों पर रात गुजारते थे। कई बार वह भूखे पेट ही सो जाते थे। फिल्म “डिस्को डांसर” के सुपर हिट होने के बाद वह रातो रात ही सुपरस्टार बन गए और उसके बाद उनके सामने कई फिल्मों की लाइन लग गई।