उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भले ही अभी समय हो लेकिन सभी पार्टियों ने तैयारियाँ शुरू कर दिया है, सत्तारूढ़ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली बीजेपी भगवान ‘राम’ को घर-घर पहुंचाने में जुटी है तो सपा से लेकर बसपा तक ‘परशुराम’ की नाव पर सवार होकर सत्ता के वनवास को खत्म करने की कोशिशों में हैं।
भगवान परशुराम के बहानें हिन्दू वोटरों को लुभाने की कोशिश करनें वाले सपा-बसपा प्रमुख अखिलेश यादव और मायावती पर भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने तंज कसा है, भाजपा सांसद ने कहा कि ये हिन्दुओं की एकजुटता से संभव हो पाया है कि जालीदार टोपी पहनकर मजार पर चादर चढाने जानें वाले अब भगवान परशुराम का जाप कर रहे हैं। भाजपा सांसद ने तो नाम तो नहीं लिया लेकिन निशाना सीधा अखिलेश यादव और मायावती पर ही थी।
उत्तर प्रदेश के कन्नौज से भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने अपनें ट्वीट में लिखा, देश के नेताओं को गोल-जालीदार टोपी पहने देखता था, मज़ार पर चादर चढ़ाते देखा था, रोजा इफ्तार करते देखा था, हिंदू नाम के आगे मुल्ला लगाना आम बात थी परन्तु आज मन्दिर श्री राम परशुराम सभी दलों के मुख से सुनकर मन आनंदित होता है. भाजपा सांसद आगे लिखते हैं ये सब सिर्फ़ हिंदुओं की एकजुटता से सम्भव हुआ है, अतः गर्व से कहो हम हिंदू है, सिया राम के बंसज हैं।
आपको बता दें कि राममंदिर भूमिपूजन के बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की ओर से ऐलान किया गया कि सरकार बनने के बाद हर जिले में भगवान परशुराम की प्रतिमा लगाई जाएगी। भगवान परशुराम के साथ ही क्रांतिकारी मंगल पाण्डेय की भी प्रतिमा लगाई जाएगी।
अखिलेश यादव के इस ऐलान के बाद मौके की नजाकत को समझते हुए मायावती ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान कर दिया कि हर जातियों के महापुरुषों का सम्मान बसपा से ज्यादा किसी पार्टी ने नहीं किया है। ऐसे में अगर बसपा सत्ता में आती है तो न सिर्फ भगवान परशुराम की मूर्ति लगाई जाएगी बल्कि अस्पताल, पार्क और बड़े-बड़े निर्माण को भी महापुरुषों के नाम पर किया जाएगा।