टेलीकॉम वोडाफोन को लेकर बुरी खबर सामने आ रही है। अटकलें लगाई जा रही है कि बड़े नुकसान की वजह से कंपनी भारत से बोरिया बिस्तर समेटने की तैयारी कर रही है। वोडाफोन आइडिया की मर्जड कंपनी के सब्सक्राइबर महीने दर महीने कम होते जा रहे हैं। इसके साथ ही शेयर मार्केट गिरता जा रहा है। यही वजह है कि वोडाफोन भारत से अपना बिजनेस कभी भी समेट सकता है।
गौरतलब है कि रिलायंस जिओ के आने के बाद भारतीय टेलीकॉम कंपनी आइडिया और वोडाफोन का मर्जर हो गया है। और अब यह दोनों कंपनियां मिलकर काम करती है। IANS की रिपोर्ट के अनुसार वोडाफोन अपनी पैकिंग कर चुका है और किसी भी समय यहां से जा सकता है। यह ऑपरेशन लॉस और मार्केट केपीटलाइजेशन में गिरावट की वजह से हो रहा है। कंपनी इसी वजह से लगातार घाटे में जा रही है। हालांकि कंपनी ने अब तक इस खबर को लेकर कोई भी स्टेटमेंट जारी नहीं किया है।
कुछ समय पहले रिपोर्ट आई थी कि vodafone-idea बकाया राशि जमा करने के लिए किसी लेंडर का सहारा लेने की तैयारी कर रही है।हालांकि बाद में वोडाफोन ने इस रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा कि ऐसा नहीं है। और कंपनी तय समय से बकाया चुका रही है। पिछले कुछ समय से वोडाफोन के लाखों कस्टमर्स घटे हैं। ताजा फाइनेंसियल क्वार्टर में कंपनी को नुकसान हुआ है। स्टॉक मार्केट वैल्यू भी लगातार कम हो रही है। जून 2019 में कंपनी को 4,067 करोड़ का नुकसान हुआ है जो इस समय 2018 से लगभग दो गुना ज्यादा है।
सुप्रीम कोर्ट ने AGR जजमेंट के तहत vodafone-idea को 28,309 करोड़ रुपए का भुगतान करने को कहा है। रिपोर्ट के अनुसार अगर संभव हुआ तो कंपनी इस कोर्ट ऑर्डर के रिव्यु के लिए आवेदन कर सकती हैं। IANS की एक रिपोर्ट में कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने कहा है 28, 500 करोड़ रुपए के आउटस्टैंडिंग लायबिलिटीज में कंपनी को अगर राहत मिलती है तो vodafone-idea के लिए मुश्किल होगी।