बाल मजदूरी के दलदल में फंसे छात्रों को शिक्षित करने में जुटे 20 वर्षीय विराट, पढ़िए विराट का विराट अभियान

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आज इंसान के पास सबसे बड़ी ताकत शिक्षा है। क्योंकि इसके जरिए वह दुनियां का ऐसा कोई काम नहीं है जो नहीं कर सकता। लेकिन शिक्षा को पाने के लिए आज कई लोग भटक रहे हैं। पर उन्हें सही मार्गदर्शन देने वाले मिल नहीं रहे हैं। तेजी से बदलते इस दौर में अच्छी शिक्षा पाने के लिए भी पैसे की आवश्कता होती है। लेकिन हमारे यहां ऐसे बहुत से युवा है जो इन कारणों के चलते शिक्षा से वंचित रह जाते हैं।

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लेकिन आज हम एक ऐसे युवा से आपको रूबरू कराने जा रहे हैं। जो आज शिक्षा से वंचित लोगों के लिए मिशाल बन गई है। दरअसल, हम बात कर रहे हैं। दिल्ली के आदर्श नगर में रहने वाले विराट तिवारी की जो आज खुद की पढ़ाई के साथ साथ जो लोग शिक्षा से वंचित रह गए है। उन छात्रों को भी शिक्षित करने में जुटे हैं। बता दें कि विराट ने उन लोगों को पढ़ाने का बीड़ा उठाया है। जो छोटी सी उम्र में ही बाल मजदूरी के दलदल में फंसे हैं।

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बता दें कि विराट ने अपनी छोड़ी उम्र में ही बाल मजदूरी के खिलाफ अभियान चला दिया था। उनके इस बड़े हौसले ने आज कई बाल मजदूरों को पड़ा लिखा कर काबिल बना दिया है। शिक्षा से वंचित इस तरह के छात्रों को पढ़ाने के लिए वे 2 साल से काम कर रहे हैं। विराट को अपने इस नेक काम के लिए पुरुस्कार से भी नवाजा गया है।

अभिभावकों की जागरूकता है जरूरी

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अपनी इस कोशिश को लेकर विराट ने बताया कि बच्चों के जीवन में शिक्षा का प्रसार करने के लिए वे सतत प्रयास कर रहे हैं। और जरूरत मंद लोगों को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। बता दें कि वे अपने इस कार्य को बड़े स्तर पर करने के कोशिश में लगे हैं। इसके चलते वे अब झुग्गियों में सर्वेक्षण कार्य भी कार्य कर रहे हैं। और वे इस दौरान उन बच्चों का चयन कर रहे हैं। जो शिक्षा से वंचित हैं।

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इस दौरान वे बच्चों के माता पिता को समझाने का कार्य भी करते हैं ताकि वे पढ़ाई को लेकर जागरूक हो और अपने बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित करें। विराट का शुरू से यही प्रयास रहा है कि वे ज्यादा से ज्यादा बच्चों तक शिक्षा पहुंचा सके।

दिल्ली विश्वविद्यालय से कररहे है पढ़ाई

बता करें विराट की तो वे दिल्ली विश्वविद्यालय के स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज के अंतिम वर्ष के छात्र हैं। और वे खुद तो पढ़ते ही है साथ में कई सरकारी संस्था को भी संचालित करने का काम करते हैं। और उनके इस नेक काम में उनके दोस्त भी उनका साथ दे रहे हैं। और बाल मजदूरी करने वालों को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। और अपने इस कार्य में वे सफल भी हो रहे हैं। विराट ने बताया कि उन्होंने अब तक 20 बच्चों को बाल मजदूरी से छुटकारा दिलाया है।

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दरअसल, विराट अपने साथ दूसरों को भी शिक्षित करने के लिए लगे हुए हैं। इसको लेकर उनका कहना है कि शिक्षा हर इंसान का अधिकार है। जो उसे मिलना ही चाहिए। शिक्षा की कमी के कारण ही आज छोटी उम्र में ही बच्चे बाल मजदूरी के शिकार हो जाते हैं। उन्होंने शिक्षा के विषय पर बोलते हुए कहा कि सरकार को इस और ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। वहीं विराट के शिक्षा के क्षेत्र इस योगदान के लिए वर्ष 2019 में युवा गौरव सम्मान मिल चुका है।


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