आज के समय में प्यार एक ऐसा एहसास है जो किसी भी लालच पर निर्भर नहीं करता यह इंसान की फीलिंग पर डिपेंड करता है बता दे कि हमारे सामने आए दिन ऐसी बहुत सी स्टोरियां आती रहती है जिन्हें जानने के बाद हमें भी काफी खुशी महसूस होती है आज हम एक ऐसी ही लव स्टोरी के बारे में बात करने जा रहे हैं जिसे जानने के बाद निश्चित ही आपको भी काफी खुशी महसूस होने वाली है।

दरअसल, हम बात करने जा रहे हैं बक्सर के जयप्रकाश और ऑस्ट्रेलिया की विक्टोरिया की जिन्होंने हाल ही में सात समुंदर पार आकर हिंदू रीति रिवाज से शादी कर ली है इस शादी की चर्चा अब सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार वायरल हो रही है और लोग दोनों को काफी शुभकामनाएं दे रहे हैं। बता दें कि बक्सर के रहने वाले जयप्रकाश यादव को ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में रहने वाली विक्टोरिया से पढ़ाई के दौरान मोहब्बत हो गई थी।

जयप्रकाश ने ऑस्ट्रेलिया मेलबर्न में रहकर ही अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। इस दौरान ही उनकी मुलाकात विक्टोरिया से हुई यह मुलाकात देखते ही देखते प्यार में बदल गई और उन्होंने साथ सात जन्म तक रहने का वादा कर लिया। फिर दोनों ने अपने घर पर बात करके अपने परिवार वालों को शादी के लिए मनाया इस बारे में जानकारी देते हुए जयप्रकाश यादव के पिता पिता पूर्व मुखिया नंदलाल यादव ने बताया कि वह अपने बेटे की पसंद को मना नहीं कर सके।
उन्होंने कहा कि उनके बेटे की खुशी में ही उनकी खुशी है। उन्हें भी उनकी बहू काफी ज्यादा पसंद आई है विक्टोरिया और जयप्रकाश एक दूसरे से काफी ज्यादा प्यार करते हैं और शादी करना चाहते थे। ऐसे में हमने भी बच्चों की खुशी को देखते हुए दोनों की धूमधाम से शादी करवादी। बता दे कि शादी की खास बात यह रही कि विक्टोरिया अपने माता-पिता के साथ सात समुंदर पार भारत आकर उन्होंने बक्सर के जयप्रकाश चमके गांव में शादी रचाई।
इस शादी में घर वाले और परिवार वालों के साथ ही गांव के लोगों का भी जमावड़ा देखने को मिला सभी ने इस शादी को काफी ज्यादा इंजॉय किया और दोनों की जोड़ी को काफी ज्यादा पसंद किया। हिंदू रीति रिवाज से हुई दोनों की शादी में विक्टोरिया के माता-पिता ने कन्यादान किया है इस रीति रिवाज से काफी ज्यादा खुश हुए बता दे कि विक्टोरिया ऑस्ट्रेलिया में रहकर शिक्षिका है। वहीं अब शादी होने के बाद दोनों अपने काम के लिए ऑस्ट्रेलिया दोबारा चले जाएंगे।