हमने हमेशा सुना है कि किसी भी कार्य को करने के लिए अपनों के आशीर्वाद की बहुत जरूरी होता हैं। क्योंकि अपने बड़ो और घर के बुजुर्गों का आशीर्वाद हमे सदा सफल बनाने में काम आता है। आज हम ऐसी कई न्यूज़ देखते हैं। जिसमें घर वाले ही अपने बड़े बुजुर्गों को घर से निकाल देतें हैं। लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं। जो अपने से ज्यादा सेवा बुजुर्गों की करते हैं।
आज हम आपको कुछ ऐसी ही स्टोरी बताने जा रहे हैं। जिसे सुन आप भी इन जनाव की तारीफ करते नहीं थकेंगे। दरअसल, गुजरात के राजकोट से ऐसा ही मामला सामने आया है। जिसने भी इसके बारे में सुना वह सोच में पड़ गया। बता दें कि राजकोट में स्थित भक्तिनगर पुलिस थाने में पिछले कई सालों से एक एक 89 वर्ष की बुजुर्ग महिला जिनका नाम वीनू बेन अढ़िया है।
थाने में घंटो समय बिताती है
मिली जानकारी के अनुसार यह बुजुर्ग महिला ढ़ाई वर्षों से प्रतिदिन थाने आ रही है। जहां तक देखने में आता है कि थाने में वे लोग ही आते हैं। जो किसी ने किसी केस से संबंधित रहते हैं। लेकिन यहां सब उल्टा है। बता दें कि यह बुजुर्ग महिला यहां किसी केस के सिलसिले में नहीं बल्कि पुलिस वालों के द्वारा लाई जाने वाली आइसक्रीम खाने आती है, और बदले में सभी को अपना आशीर्वाद दे जाती है। यह सिलसिला रोजाना चलता आ रहा है। पुलिस वाले कई बार इन दादी की मदद भी कर देते हैं।
बता दें कि यह मामला लगभग 4 सालों से निरंतर चल रहा है। वीनू बेन अढ़िया इतनी बुजुर्ग होने के बाद भी वे रोजाना आइसक्रीम खाने के लिए थाने आ जाती है। और थाने में मौजूद पुलिस वाले भी उन्हें बड़े प्यार से खाना खिलाते हैं। गौरतलब है कि दादी का परिवार 70 वर्षों से राजकोट में निवास कर रहा है। थाने में वीनू बेन कई घंटों तक बैठकर पुलिस वालों से बात भी करती है।