बॉलीवुड में कई कलाकार अपने बेहतर करियर और लोगों को अपनी अदाकारी से दीवाना करने के लिए फिल्म इंडस्ट्री में आते हैं और अपने खराब दौर के कारण वापस भी चले जाते हैं। लेकिन कई कलाकार ऐसे भी होते हैं जो अपने बुरे दौर का सामने करते हुए बड़ी सफलता को पा लेते हैं। आज बॉलीवुड में कई ऐसे कलाकार मौजूद हैं। जिनकी स्टोरी दूसरों के लिए प्रेरणा का काम करती है। आज हम एक ऐसे ही चेहरे के बारे में बात करने जा रहे हैं। जिनके पास सब कुछ होने के बाद भी वे एक समय असफल हो गए थे।
फिल्म बरसात से हुआ करियर शुरू
दरअसल, हम बात कर रहे हैं दिग्गज अभिनेता बॉबी देओल की जिन्होंने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत साल 1995 में फिल्म बरसात से की थी। जिसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में काम किया। और आज वे बड़े मुकाम पर है। लेकिन उनकी लाइफ में भी एक दौर ऐसा आया था। जब बॉबी देओल ने बॉलीवुड में रहते हुए असफलता का सामना किया। उन दिनों उनके पास कोई काम नहीं था। जिससे कारण उन्होंने काफी परेशानियों का सामना भी किया है। लेकिन आज उनकी लाइफ सफलता से भरी है। और हाल ही में उन्हें बहुचर्चित वेब सीरीज ‘आश्रम’ के लिए ‘दादा साहब फाल्के’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
वहीं अभिनेता ने अपने करियर के खराब दौर को लेकर ढेर सारी बातें शेयर की है। उन्होंने बताया कि जब वह हर टाइम घर पर रहते थे तो उनके बच्चे यह सोचने लगे थे कि उनके पिता कुछ नहीं करते हैं। यह बात बॉबी देओल ने अंग्रेजी वेबसाइट बॉलीवुड लाइफ को दिए अपने एक वीडियो इंटरव्यू में कही है। उन्होंने अपनी जिंदगी के अहम मोड़ को लेकर भी बात की और बताया कौन सा समय उनकी जिंदगी के काफी अहम था।
लाइफ में आया टर्निंग पॉइंट
बॉबी देओल ने कहा, ‘मेरी लाइफ का टर्निंग प्वाइंट वह था जब मैं घर पर खाली बैठा हुआ था और मेरे बच्चे भी हैरान थे कि पापा हमेशा घर पर ही क्यों रहते हैं। यह वह पल था जब मुझे महसूस हुआ कि मुझे वास्तव में कड़ी मेहनत करनी है। इस इंडस्ट्री में आने वाले सभी युवा लड़कों और लड़कियों को कहना चाहता हूं कि इस इंडस्ट्री में टिके रहना बहुत आसान नही है। कभी भी हार नहीं माननी चाहिए खुद पर भरोसा रखना चाहिए। अगर आपके अंदर वह बात है तो यकीन मानिए सफलता जरूर मिलेगी। बॉबी कहते हैं कि यही सब उन्होंने सीखा है’।
दादा साहब फाल्के’ पुरस्कार हासिल करने पर बॉबी देओल ने अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने आगे कहा, ‘यह सब मेरे फैंस की वजह से है जिन्होंने मुझे इतना प्यार दिया और उन्हीं की वजह से यह संभव हो सका। उन्होंने मेरी मेहनत देखी ‘आश्रम’ में मेरा काम देखा। मैं सोचता हूं कि एक कलाकार के तौर पर मेरे काम में वेरिएशन है। आश्रम को यूनिवर्सली प्यार मिला है। मुझे पुरस्कार से सम्मानित किया गया है उसका मैं बहुत आभारी हूं। मैं जब ‘आश्रम’ कर रहा था तो मैंने कभी नही सोचा था कि मुझे पुरस्कार मिलेगा या मैं पुरस्कार के लिए काम कर रहा हूं’।
बॉबी देओल ने आगे कहा, ‘मैंने बस यही चाहता था कि लोग मेरे काम को पसंद करें और मैं ये सोचता हूं कि आगे जाकर भी मैं बस अच्छा काम करता जाऊं। पुरस्कार मिले या न मिले लेकिन लोग मेरे काम को पसंद करते जाएं। मैं अपने काम से सबको मनोरंजन करता जाऊं।